नई दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात खत्म हो गई है। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा है कि वो अब कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ेंगे। साथ ही उन्होंने पिछले कुछ दिनों के अंदर राजस्थान में घटे सियासी घटनाक्रम को लेकर सोनिया गांधी से माफी भी मांगी है।
अशोक गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि मैं दशकों से कांग्रेस पार्टी का एक विनम्र कार्यकर्ता रहा हूं। कुछ दिन पहले जयपुर में जो हुआ उसके लिए मैंने सोनिया गांधी से माफी मांगी है। साथ ही मैं कोच्चि में जब राहुल गांधी से मिला और उनसे कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने का अनुरोध किया था तो उस वक्त उन्होंने कहा था कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगे और उन्होंने मुझसे चुनाव लड़ने को कहा था, लेकिन अब मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मैं अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ूंगा।
सीएम रहेंगे अशोक गहलोत?
अशोक गहलोत की सोनिया गांधी के साथ करीब डेढ़ घंटे तक मुलाकात चली है। इस मुलाकात को लेकर पहले से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि इस बैठक से जरूर कोई न कोई बड़ी खबर निकलकर सामने आ सकती है। इस बैठक के खत्म होने के बाद गहलोत ने यह साफ कर दिया कि वो अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि वो राजस्थान के मुख्यमंत्री रहेंगे या नहीं इस बात का फैसला भी अब सोनिया गांधी ही करेंगी। हालांकि मैं मुख्यमंत्री बना रहना चाहता हूं।
कांग्रेस अध्यक्ष के दावेदार शशि थरूर और दिग्विंजय सिंह
आपको बता दें कि अशोक गहलोत सीएम रहेंगे या नहीं इसका फैसला भले ही सोनिया गांधी अभी करेंगी, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष के पद के लिए दो दावेदार तो तय हो गए हैं। इनमें एक नाम है शशि थरूर का तो दूसरा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का, जो शुक्रवार को नामांकन भर सकते हैं।
Discussion about this post