वाशिंगटन। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को लड़ाकू विमान एफ-16 (F-16 Fighter Jet) के उच्चीकरण के लिए 45 करोड़ डालर (3,651 करोड़ रुपये) की धनराशि मंजूर करने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और अमेरिका के संबंधों में अमेरिकियों का हित नहीं है।
भारतीय-अमेरिकन समुदाय की ओर से रविवार को वाशिंगटन में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘इस्लामाबाद और वाशिंगटन के बीच संबंधों से ना तो पाकिस्तानियों का भला है और ना ही अमेरिकियों का। उन्होंने आगे कहा, ‘अमेरिका को पाकिस्तान से अपने संबंधों पर सोचना चाहिए कि उसे इससे क्या हासिल हुआ।’
जयशंकर ने कहा, ‘मैं ये बात इसीलिए कह रहा हूं क्योंकि ये आतंकवाद विरोधी सामान है। जब आप एफ-16 की क्षमता जैसे विमान की बात कर रहे हैं… हर कोई जानता है, ये आप भी जानते हैं कि विमानों को कहां तैनात किया गया है और उनका क्या उपयोग किया जा रहा है। आप ये बातें कहकर किसी को बेवकूफ नहीं बना सकते।’
बता दें कि अमेरिका की जो बाइडन सरकार ने पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमानों के उच्चीकरण के लिए 45 करोड़ डालर की राशि मंजूर की है। भारत की ओर से सवाल उठाए जाने पर अमेरिका ने इस पर सफाई दी थी। अमेरिका ने अपनी सफाई में कहा था कि पाकिस्तान को ये सहायता भारत को संदेश देने के लिए नहीं दी गई। पाकिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ अभियान में सहयोग के इरादे से ये मदद दी गई है। अमेरिका ने कहा था कि इससे पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की भी सुरक्षा होगी।