नई दिल्ली। देशभर में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ एनआईए ने छापेमारी की है। पीएफआई से जुड़े लोगों पर टेरर फंडिंग और कैंप चलाने के मामले में ईडी और एनआईए ने राज्य पुलिस बलों की टीम के साथ यूपी, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु समेत कई राज्यों में छापेमारी की है। इस बीच दिल्ली में एनआईए के दफ्तर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। देश के कई हिस्सों में छापेमारी के खिलाफ संगठन के सदस्य सड़कों पर विरोध जताने उतर गए हैं।
केंद्रीय जांच एजेंसी NIA और ईडी की तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, असम, बिहार, नई दिल्ली समेत 12 राज्यों में छापेमारी चल रही है। महाराष्ट्र में भी PFI से जुड़े 100 ठिकानों पर NIA की रेड चल रही है। मध्य प्रदेश के इंदौर में भी PFI के दफ्तर पर छापा चल रहा है। बिहार के पूर्णिया में भी रेड चल रहा है।मध्यप्रदेश के इंदौर और उज्जैन में पीएफआई के एमपी के स्टेट लीडर्स को हिरासत में लिया गया। 4 लीडर्स को मध्यप्रदेश के उज्जैन और इंदौर से एनआईए ने हिरासत में लिया। एनआईए ने तेलंगाना के हैदराबाद और चंद्रयानगुट्टा में PFI के ऑफिस को सील कर दिया गया है। उधर तमिलनाडु में एनआईए और ईडी ने पीएफआई के ऑफिस को सील कर दिया है।
एनआईए ने कहा कि आतंकवदियों को कथित तौर पर धन मुहैया कराने, उनके लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था करने और लोगों को प्रतिबंधित संगठनों से जुड़ने के लिए बरगलाने में शामिल व्यक्तियों के परिसरों पर छापे मारे जा रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, छापेमारी दस राज्यों में की जा रही है और इस दौरान पीएफआई के शीर्ष नेताओं सहित लगभग 100 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया जा चुका है।
पीएफआई ने एक बयान जारी कर कहा, ”पीएफआई के राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय और स्थानीय नेताओं के घरों पर छापेमारी की जा रही है। राज्य समिति कार्यालय पर भी छापे मारे जा रहे हैं। हम विरोध की आवाज को दबाने के लिए फासीवादी शासन द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किए जाने का कड़ा विरोध करते हैं।”
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