नई दिल्ली। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने विदेश यात्रा को लेकर लगाए नियमों और शर्तों के उल्लंघन के मामले में कोर्ट के सामने बिना शर्त माफी की पेशकश की है। वहीं, प्रवर्तन निदेशालय (ED) का कहना है कि यात्रा शर्तों का उल्लंघन करने वाले रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए। इस पूरे मामले पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने गुरुवार तक के लिए अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है।
मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों का सामना कर रहे रॉबर्ट वाड्रा फिलहाल जमानत पर हैं। कोर्ट ने विशेष शर्तों पर रॉबर्ट वाड्रा को यूके जाने की अनुमति दी थी, लेकिन यूके की यात्रा के दौरान रॉबर्ट वाड्रा दुबई भी गए थे जिस पर कोर्ट ने उनसे सवाल किया था। कोर्ट के सवाल पर वाड्रा ने कहा कि वह मेडिकल इमरजेंसी की वजह से अगस्त माह में यूके दौरे के दौरान दुबई में रुके थे। उनकी फ्लाईट यूएई होकर यूके की थी। लेकिन कोर्ट ने वाड्रा के जवाब पर नाराजगी जाहिर करते हुए इसे खारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा कि यह नियम और शर्तों का उल्लंघन है जो आपको विदेश यात्रा की अनुमति देते वक्त दी गई थी।
इसके साथ ही कोर्ट ने वाड्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, कोर्ट ने पूछा है कि आखिर क्यों नहीं आपकी फिक्स्ड डिपोजिट रिसीप्ट को नियमों का उल्लंघन करने की वजह से जब्त कर लेना चाहिए, जिसे आपने विदेश यात्रा की अनुमति लेते वक्त जमानत के दौर पर रखा था। स्पेशल जज निलोफर आबिदा परवीन ने सोमवार को कहा कि मैं इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रही हूं कि रॉबर्ट वाड्रा को यूएई ठहरने के लिए मजबूर होना पड़ा।
उल्लंघन के पीछे वाड्रा ने बताई यह वजह
अपनी यात्रा से लौटने के बाद रॉबर्ट वाड्रा ने कोर्ट में जमा किए हलफनामे में कहा कि वह अपनी आगे की यात्रा शुरू करने से पहले यूएई में रुके थे क्योंकि बाएं पैर में डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (DVT) था और उन्हें लंबी दूरी की उड़ानों के बीच उचित आराम करने की सलाह दी गई थी।