आगरा। यूपी के आगरा में ताजमहल में बंदरों का उत्पात थम नहीं रहा। इसका खामियाजा पर्यटकों को भुगतना पड़ता है। खासकर विदेशी पर्यटक, जो सुखद अनुभव के लिए ताज का दीदार करने आते हैं, लेकिन उत्पाती बंदरों के कारण बुरा अनुभव लेकर लौटते हैं। सोमवार की सुबह बंदरों ने स्पेनिश महिला पर हमला कर दिया। बंदरों ने उसके पैर में काट लिया, जिससे खून बहने लगा। पैर से खून बहता देख पर्यटक फूट-फूटकर रोने लगी।
स्पेनिश पर्यटक अपने साथियों के साथ सोमवार की सुबह ताजमहल में पहुंची। पर्यटक दल ताज में मोबाइल से फोटो खींच रहे थे, तभी बंदरों ने महिला पर्यटक पर हमला कर उसके पैर में काट लिया। सुबह सुबह व्यवस्था न होने से वहां मौजूद फोटोग्राफर योगेश पारस ने प्राथमिक उपचार तो कर दिया लेकिन महिला के मन में आगरा की छवि को लेकर सवाल खड़ा हो गया।
गौरतलब है कि ताजनगरी में पर्यटन सीजन की शुरुआत एक अक्टूबर से होती है। यहां अक्टूबर से मार्च तक पर्यटन सीजन रहता है। अप्रैल से सितंबर तक आफ सीजन रहता है। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते जनवरी, 2020 से पर्यटन कारोबार प्रभावित होना शुरू हुआ था।इस वर्ष भारतीय पर्यटकों की बढ़ रही संख्या और मार्च में इंटरनेशनल फ्लाइटों पर लागू पाबंदियां हटाने और टूरिस्ट वीजा सर्विस शुरू होने से पर्यटन कारोबारियों को पर्यटन उद्योग की स्थिति संवरने की उम्मीद जगी है। इन उम्मीदों पर ताजनगरी की परंपरागत समस्याएं ग्रहण लगाती नजर आ रही हैं।
बता दें कि 10 दिन के अंदर ताजमहल में बंदरों के हमले की यह चौथी घटना हुई है। 11 सितंबर को तमिलनाडु के शाहीन रशीद को बंदरों ने काटकर घायल कर दिया था। अगले ही दिन स्वीडन की महिला पर्यटक पर हमला कर दिया था। उसे भी काट लिया था। 14 सितंबर को चमेली फर्श पर दो विदेशी युवतियों पर बंदरों ने हमला किया था।
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