खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा में एक प्रायमरी स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे आयुक्त को क्लास में नशे में धुत टीचर बच्चों को पढ़ाता मिला। जिसके बाद इस शराबी टीचर ने अफसर को पहचानने से इंकार कर दिया। आदिवासी विभाग के आयुक्त ने कार्रवाई करते हुए टीचर को निलंबित कर दिया है।
जिले के मोहनिया खेड़ा की प्रायमरी स्कूल का निरीक्षण करने आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त विवेक पांडे सुबह 11.30 बजे स्कूल पहुंचे। यहां उन्हें अव्यवस्थाएं मिली। स्कूल में पदस्थ शिक्षक शिक्षिकाएं तो उपस्थित थी, लेकिन श्रीराम जाधव नशे की हालत में पाए गए। जांच टीम के अनुसार, वो नशे में इतने धुत थे कि, अधिकारियों को भी नहीं पहचान पा रहे थे। परिसर में गंदगी और कबाड़ का अंबार लगा था, जिसपर सहायक आयुक्त ने जब उनसे सवाल किया तो वो कोई संतुष्टात्क जवाब भी नहीं दे पाए।
नशे में धुत प्रभारी प्रधान पाठक श्रीराम जाधव अपने आप को शिक्षा विभाग का कर्मचारी बताता रहा। मुंह से शराब की दुर्गंध आने और ठीक से खड़े भी न हो पाने के कारण ये माना जा रहा है कि, वो शराब के नशे में धुत था।
ऊटपटांग जवाब सुनकर गुस्साए सहायक आयुक्त शराबी शिक्षक को अपने वाहन में बैठाकर खंडवा ले गए। जहां स्वास्थ्य केंद्र में बीएमओ शैलेंद्र कटारिया ने शिक्षक की मेडिकल जांच कराई। अब इसकी मेडिकल रिपोर्ट 2 दिन बाद आएगी। लेकिन शिक्षक को कार्य में लापरवाही बरतने के लिए तत्काल निलंबित कर दिया गया है।
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