लखनऊ। राजधानी लखनऊ समेत यूपी के 20 जिलों में आज और कल भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है। लखनऊ और झांसी में जिला प्रशासन ने देर रात जिला के 12वीं तक के सभी सरकारी, अर्द्ध-सरकारी या प्राइवेट स्कूलो में अवकाश रखने का निर्देश जारी किया है।
मौसम विभाग के अनुसार लंबे समय बाद उत्तर प्रदेश में मॉनसून सक्रिय हुआ है। विभाग ने श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर रोड, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, बरेली, पीलीभीत, बदायूं और जालौन में गरज-चमक के साथ तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। हरदोई, फरुर्खाबाद, कन्नौज, कासगंज, एटा, मैनपुरी, शहजहांपुर और आसपास के जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बीते 24 घंटे में गोरखपुर में 144 मिमी, बहराइच में 50 मिमी, लखनऊ में 48 मिमी, कानपुर में 43 मिमी, और उरई में 67 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश में 17 सितंबर तक भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा प्रदेश में आंधी-तूफान और वज्रपात की भी आशंका है।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस समय मानसून की ट्रफ लाइन जैसलमेर और कोटा से होते हुए पश्चिमोत्तर मध्य प्रदेश और आसपास की ओर है। यह पश्चिमोत्तर जिलों से होते हुए दक्षिणी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ सकती है। इसकी वजह से उत्तर प्रदेश के मध्य प्रदेश से सटे जिलों के अलावा कुछ पूर्वी और पश्चिमी जिलों में भारी बारिश की सम्भावना है।
गोरखपुर से कानपुर तक हो रही है बारिश
गोरखपुर से कानपुर तक बारिश का असर देखने को मिल रहा है। लोगों को भारी बारिश के कारण जलजमाव जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के बीच लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश में बारिश की बनी स्थिति के बीच लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
लखनऊ में स्कूल बंद
बारिश की वजह से राजधानी लखनऊ के तापमान में करीब 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। ठंडी हवा के झोंकों और घने बादलों की वजह से मौसम खुशगवार है। बारिश ने मौसम की तपिश को पूरी तरह खत्म कर दिया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि 18 तक प्रदेश में रिमझिम से झमाझम बारिश होती रहेगी। लखनऊ जिला प्रशासन द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, 12वीं तक के सभी सरकारी, अर्द्ध-सरकारी या प्राइवेट स्कूलो में अवकाश रखने का निर्देश जारी किया है। सभी स्कूल प्रबंधनों को आदेश प्रेषित कर दिया गया है, जिससे वे विद्यार्थियों के अभिभावकों को समय पर सूचित कर सकें।