पणजी। गोवा में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के 11 में से 8 विधायक पाला बदलकर भाजपा में शामिल हो गए हैं। भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों में राज्य के पूर्व सीएम दिगंबर कामत भी शामिल हैं। दलबदल का नेतृत्व करने वाले दिगंबर कामत ने कहा कि उन्होंने और बाकी विधायकों ने भाजपा में शामिल होने से पहले भगवान से अनुमति ली थी और भगवान सहमत हो गए।
गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भगवान में विश्वास करते हैं और यह सच है कि चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस नहीं छोड़ने की शपथ ली थी। लेकिन वह खुद ही आसानी से आउट हो गए। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए से कहा, ‘मैं फिर से मंदिर गया और भगवान से पूछा कि क्या करना है। भगवान ने मुझसे कहा कि जो तुम्हारे लिए सबसे अच्छा हो वही करो। भगवान से अनुमति मिलने के बाद मैंने कांग्रेस छोड़ दी।’
गौरतलब है कि गोवा में हुए विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस विधायकों को पार्टी के प्रति वफादार रहने की कसम खिलाई गई थी। विधायकों ने चर्च में कसम खाई थी कि चुनाव हारने के बाद भी वे कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे। दिगंबर कामत से इसी कसम को लेकर सवाल पूछा गया था।
भाजपा पर बरसी कांग्रेस
साल 2017 में, कांग्रेस गोवा में 40 में से 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी अकेली उभरी थी। लेकिन बीजेपी ने 13 सीटें जीतकर छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से सत्ता संभाली। दो साल बाद कांग्रेस के 15 विधायक भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने इस साल 2022 मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर अपनी सत्ता बरकरार रखी थी। भाजपा के अब तक 20 विधायक थे। अब कांग्रेस विधायकों की संख्या 11 से गिरकर तीन रह गई है। कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा, ‘फिर से साबित हो गया कि भाजपा सिर्फ़ तोड़ ही सकती है।’राज्य विधानसभा में भाजपा के पास अब 28 विधायक हैं और उसे विधानसभा में कुल मिलाकर 33 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।
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