श्रीनगर। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का कहना है कि धारा 370 फिर से बहाल होगी। उन्होंने कहा कि इसके हटने से कश्मीर विवाद और उलझ गया है।
अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री गुलाम नबी आजाद की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को कहा, “यह उनकी निजी राय थी लेकिन जम्मू-कश्मीर में लोग हैं, जो दृढ़ता से मानते हैं कि धारा 370 को बहाल किया जाना चाहिए।
महबूबा ने कहा, “गांधी जी, पंडित नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, सर सैयद अहमद खान, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ ऐसे समय में लड़ाई लड़ी जब लोगों में निराशा थी … उनमें निराशा थी कि वे उनसे (ब्रिटेन) लड़ नहीं सकते थे। इसी तरह, मैं महसूस करती हूं और मानती हूं कि जम्मू-कश्मीर एक विवाद है और अनुच्छेद 370 को हटाने से विवाद का समाधान नहीं हुआ है। इसके विपरीत, यह और भी जटिल हो गया है।”
उन्होंने कहा, “जिस तरह से कांग्रेस ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी और उनके अत्याचारों को खत्म किया। इसी तरह, जम्मू-कश्मीर में कई ऐसी आवाजें हैं, जो दृढ़ता से मानती हैं कि हम न केवल धारा 370 को बहाल करेंगे बल्कि इस विवाद को भी सुलझाएंगे।”
दरअसल एक दिन पहले रविवार को गुलाम नबी आजाद ने कश्मीर के बारामूला में एक रैली के दौरान कहा था कि अनुच्छेद 370 को बहाल करने के लिए लोकसभा में लगभग 350 और राज्यसभा में 175 वोटों की आवश्यकता होगी। ये एक ऐसा नंबर है, जो किसी भी राजनीतिक दल के पास नहीं है और न ही मिलने की संभावना है।
गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस से दिया था इस्तीफा
26 अगस्त को कांग्रेस के साथ अपने पांच दशक लंबे नाता को खत्म करने वाले गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अगर देश की सबसे पुरानी पार्टी अनुच्छेद 370 को बहाल करने के लिए बोल रही है, तो ये झूठे वादे हैं। साथ ही कहा कि कांग्रेस 50 से कम सीटों पर सिमट गई है और अगर वे अनुच्छेद 370 को बहाल करने की बात करते हैं, तो वे झूठे वादे कर रहे हैं।
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