मैनपुरी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत लाभार्थी किसानों के बैंक खातों में दो-दो हजार रुपये की 11 किस्तें ट्रांसफर की जा चुकी है। अब किसानों को 12वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार है। इसी बीच जिन किसानों ने गलत तरीके से पीएम किसान योजना की किस्तें ली थी, उन पर भी तेजी से कार्रवाई की जा रही है।
यूपी के मैनपुरी जिले में आयकरदाता होने के बाद भी किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वाले अपात्रों से धनराशि की रिकवरी होनी है। अब उनके खातों में धनराशि नहीं है, जिसे वापस लिया जा सके। ऐसे में मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार के आदेश पर 1500 अपात्रों के सभी बैंक खाते सीज कर दिए गए हैं। धनराशि वसूली होने तक ये खाते सीज ही रहेंगे।
कृषि विभाग लगातार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से अपात्रों को बाहर कर रहा है। हाल ही में आयकरदाताओं की सूची कृषि विभाग ने तैयार की थी। इसमें 2722 आयकरदाता ऐसे सामने आए हैं, जिन्होंने किसान सम्मान निधि का लाभ लिया। इन लोगों ने 2.41 करोड़ रुपये की सम्मान निधि केंद्र सरकार से प्राप्त की। अब इसकी वसूली की कार्रवाई की जा रही है।
सीडीओ ने भेजी थी अपात्रों की सूची
जिन बैंक खातों में धनराशि भेजी गई, उनसे धनराशि वापस लेने के लिए बैंकों को पत्र भेजे गए थे। लेकिन करीब 1500 बैंक खातों में धनराशि न होने की वजह से वसूली नहीं हो सकी। इसी के चलते मुख्य विकास अधिकारी ने अग्रणी जिला प्रबंधक अनिल प्रकाश तिवारी को इन अपात्रों की सूची भेजी है।
700 किसानों ने लौटाये पैसे
पीएम किसान योजना के नियमों के खिलाफ जाकर सम्मान निधि की रकम का लाभ लेने वाले करीब 700 अपात्र किसानों ने 40 लाख रुपये की धनराशि वापस कर दी है। पीएम किसान में धोखाधड़ी का मामला सामना आते ही अपात्र किसानों को नोटिस जारी कर दिये गये थे, जिसके बाद कई किसानों ने पैसा लौटा दिया। फिलहाल 500 किसानों से करीब 2 करोड़ से अधिक धनराशि की रिकवरी होनी है।
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