चेन्नई। श्रीलंका में जारी आर्थिक संकट से बचने के लिए भारत आए श्रीलंकाई नागरिकों की जांच शुरू हो गई है। तमिलनाडु पुलिस की विशेष टीम ने सोमवार सुबह केरल के कोल्लम से गिरफ्तार किए गए 13 श्रीलंकाई तमिलों की विस्तृत जांच शुरू की।
तमिलनाडु पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जांच में उन दो एजेंटों को टारगेट किया गया है, जो इन लोगों को श्रीलंका से भारत लाने में शामिल थे। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने पहले ही चेन्नई और तमिलनाडु के अन्य एयरपोर्टों पर आए कुछ अवैध लोगों के बारे में सूचना दी थी। जबकि केरल पुलिस की हिरासत में मौजूद केवल 13 लोग अवैध रूप से आस्ट्रेलिया जाने की कोशिश कर रहे हैं। तमिलनाडु पुलिस को संदेह है कि अभी और भी लोग छिपे हो सकते हैं क्योंकि 13 लोगों के साथ समुद्री मार्ग से अवैध मानव तस्करी संभव नहीं है।
2018 में 243 लोगों का समूह हुआ था गायब
बता दें कि 12 जनवरी, 2018 को कोच्चि में मुनंबम के पास मलियांकारा घाट से बच्चों और गर्भवती महिलाओं सहित 243 लोगों का एक समूह मछली पकड़ने वाली नाव से अवैध रूप से भारत के से निकली थी। नाव में सवार रैकेट के सरगनाओं सहित नाव में सवार लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। खुफिया ब्यूरो ने तब इनपुट दिया था कि सभी लोग आस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो गए, लेकिन क्या वे उस देश के तट पर पहुंच गए या वे समुद्र में मारे गए हैं।
केंद्रीय एजेंसियां सतर्क
केंद्रीय एजेंसियां और तमिलनाडु पुलिस की ‘Q’ शाखा ऐसी घटना फिर से दोहराना नहीं चाहती है। इसलिए कोल्लम के तटों से किसी भी अवैध तस्करी को रोकने के लिए, पहले ही कार्रवाई शुरू कर दी है।
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