गाजियाबाद। मधुबन बापूधाम थानाक्षेत्र के संजयनगर सेक्टर-23 में नाबालिग बेटी और पत्नी ने मिलकर सर्राफ की हत्या कर दी। इसके बाद दोनों लाश को कार में डालकर डेढ़ किलोमीटर दूर छोड़ आए। रविवार सुबह व्यापारी का शव गाड़ी में पड़ा मिला। पूछताछ में घटना का खुलासा हो गया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
मधुबन बापूधाम थाने के दो पुलिसकर्मी रविवार तड़के करीब चार बजे गश्त पर थे। इसी दौरान उन्होंने कमला नेहरू नगर स्थित केंद्रीय विद्यालय के पास एक कार लावारिस हालत में खड़ी मिली। चेक करने पर उसकी पिछली सीट पर एक व्यक्ति लहूलुहान हालत में पड़ा मिला। पुलिस उसे लेकर संजयनगर संयुक्त अस्पताल लेकर पहुंची, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
सीओ कविनगर रितेश त्रिपाठी ने बताया कि जांच-पड़ताल के दौरान मृतक की शिनाख्त संजयनगर सेक्टर-23 के एम-ब्लॉक निवासी 40 वर्षीय अमित वर्मा के रूप में हुई, जो कि ग्रेटर नोएडा में सर्राफ की दुकान के अलावा पुरानी गाड़ियों की खरीद-फरोख्त भी करता था।
इसके बाद पुलिस सीधे अमित के घर संजय नगर पहुंची। वहां उसे अमित की पत्नी और बेटी मिलीं। अमित के बारे में पूछने पर दोनों ने पहले तो कुछ भी पता होने से इनकार कर दिया। मगर, जब पुलिस वाले घर के अंदर गए, तो उन्हें बेड का गद्दा गिला मिला, जिस पर खून लगा था। साथ ही घर की सीढ़ियों पर भी खून लगा था। इस पर पुलिस ने मां-बेटी को हिरासत में ले लिया। पुलिस शालू को लेकर थाने पहुंची।
शालू ने पुलिस को बताया कि पति के सहारनपुर की महिला से प्रेम संबंध हो गए थे। इसके बाद उनका व्यवहार उनके प्रति बदल गया। वह रोज शराब पीकर आते थे और उन्हें पीटते थे। शनिवार रात एक बजे भी अवैध संबंधों का विरोध करने पर अमित वर्मा ने पत्नी शालू के साथ झगड़ा शुरू कर दिया। अमित वर्मा पत्नी से मारपीट करने लगा तो नाबालिग बेटी ने सिलबट्टे से सिर पर हमला कर दिया। लहूलुहान होकर अमित जमीन पर गिर पड़ा, जिसके बाद पत्नी और बेटी उसे सीढ़ियों से खींचकर नीचे लेकर आईं और कार में डाल दिया। इसके बाद बेटी ही कार चलाकर लाई और घर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर सड़क किनारे कार खड़ी करके पैदल घर लौट गई।
सीओ रितेश त्रिपाठी ने बताया, “पुलिस जब अमित वर्मा के घर पहुंची, तो खून से सना एक पत्थर और एक कपड़ा (पोंछा) मिला। जब पुलिस ने पत्नी शालू से पूछताछ की तो उसने पूरा घटनाक्रम बयाँ कर दिया। आरोपी मां-बेटी को गिरफ्तार कर लिया गया है। अमित वर्मा के पांच और नौ वर्षीय बेटों ने रविवार सुबह उठकर पिता के बारे में पूछा तो शालू ने कह दिया कि उनके पापा रात ढाई बजे किसी काम से बाहर चले गए थे। मधुबन बापूधाम थाना प्रभारी मुन्नेश कुमार ने बताया कि हत्या के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए अमित वर्मा की पत्नी और बेटी ने साजिश तो रची, लेकिन उसमें कामयाब नहीं हो सकीं।
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