श्रीनगर। कांग्रेस छोड़ने के बाद गुलाम नबी आजाद जम्मू में अपनी पहली रैली करने जा रहे हैं। आजाद कह चुके हैं कि उनका त्यागपत्र बस शुरुआत है। यह इस बात का संकेत है कि वह आने वाले दिनों में गांधी परिवार पर अपना हमला तेज करेंगे।
गुलाम नबी आजाद की पहली रैली 4 सितंबर को होगी। आजाद के कांग्रेस छोड़ने के बाद से कांग्रेस की जम्मू कश्मीर इकाई में इस्तीफा देने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री सहित पार्टी के करीब 64 नेताओं ने इस्तीफा दे दिया और वे गुलाम नबी आजाद के खेमे में शामिल हो गए। पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद के नेतृत्व में इन नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को संयुक्त रूप से अपना त्याग पत्र भेजा है और इसमें कहा है, “हम सभी का दशकों तक पार्टी के साथ बहुत लंबा जुड़ाव रहा, लेकिन दुर्भाग्य से,हमने पाया कि हमारे साथ किया गया बर्ताव अपमानजनक है।”
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद (73) ने कुछ दिन पहले कांग्रेस से अपना नाता तोड़ लिया। वह पार्टी से पांच दशक तक जुड़े रहे थे। उन्होंने दावा किया था कि पार्टी व्यापक रूप से नष्ट हो चुकी है। आजाद ने इसके पूरे परामर्श तंत्र को कथित तौर पर ध्वस्त करने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की आलोचना की थी।
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