जयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर राहुल गांधी की पैरवी की है। अशोक गहलोत की यह प्रतिक्रिया 20 सितंबर को होने वाले कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले आई है।
जयपुर में एक सम्मेलन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्टी अध्यक्ष का पद संभालने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी का समर्थन किया और कहा कि अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो देश भर के पार्टी कार्यकर्ता निराश होंगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने इस बात पर भी जोर दिया कि राहुल गांधी को पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें (राहुल गांधी) कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावनाओं को समझना चाहिए और इस पद को स्वीकार करना चाहिए।
गहलोत ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में 250 नेता बैठे हैं। सब यही चाहते हैं कि राहुल गांधी एक बार फिर कांग्रेस की कमान संभाले। एआईसीसी के नेताओं के 6 ग्रुप बने हुए हैं। पिछले दिनों सभी नेताओं ने एक-एक से वन टू वन बातें कर ली। सब एक राय और एक तरफा हैं। गहलोत ने कहा कि हम सब की भावना है कि राहुल गांधी ही कांग्रेस के अध्यक्ष बनें। राहुल गांधी को हमारी भावनाओं का ख्याल रखते हुए अध्यक्ष पद स्वीकार करना चाहिए।
खुद के अध्यक्ष बनने पर पहले ही इनकार कर चुके गहलोत
पिछले दिनों दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए अशोक गहलोत ने कहा था कि वे कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनना चाहते। उन्होंने कहा कि वे राजस्थान में रहकर ही जनता की सेवा करना चाहते हैं। उनके कांग्रेस अध्यक्ष बनने से जुड़ी चर्चाओं को भी गहलोत ने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि उनका पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना बनता ही नहीं है। मीडिया द्वारा पूछा जा रहा यह सवाल ही गलत है।
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