नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार सुबह दिल्ली के जेपीएन एम्स ट्रॉमा सेंटर पहुंचकर सड़क हादसे में घायल हुए आईटीबीपी के जवानों से मुलाकात की।
अमरनाथ यात्रा की ड्यूटी पूरी करने के बाद लौट रहे आईटीबीपी के 42 जवान एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए थे। इस दुर्घटना में आईटीबीपी के 7 जवानों की मौत हो गई जबकि 35 अन्य घायल हो गए। कई घायल जवानों का इलाज दिल्ली के एम्स ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है। अमित शाह ने एम्स ट्रॉमा सेंटर का दौरा किया और तीन जवानों से मिलकर चिकित्सा देखभाल का जायजा लिया।
आईटीबीपी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया, ‘माननीय गृह मंत्री को डॉक्टरों द्वारा जवानों की स्वास्थ्य स्थिति और भविष्य में अपनाई जाने वाली चिकित्सा प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी दी गई।’ अधिकारी ने आगे बताया, ‘आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी उन्हें घायलों की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने घायल कर्मियों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।’
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में कुछ दिनों पहले एक बस के गहरे खाई में गिरन के बाद भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के 7 जवानों की मौत हो गई जबकि 35 अन्य घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवानों – कांस्टेबल बलवंत सिंह, त्सेवांग दोरजे और बबलू कुमार को शुक्रवार को श्रीनगर से विशेष उपचार के लिए एयर एम्बुलेंस से दिल्ली लाया गया।
बता दें कि घायलों में दो जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान भी शामिल हैं। घायलों में कुछ हालत गंभीर बताई जा रही है। कुछ घायलों को अनंतनाग जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बलिदानियों की पहचान पंजाब तरनतारन के हैड कांस्टेबल दुला सिंह, बिहार लखीसराय के कांस्टेबल अभिराज, उत्तर प्रदेश इजावा के कांस्टेबल अमित के, आंध्र प्रदेश कादप्पा के कांस्टेबल डी राज शेखर, राजस्थान सिकर के कांस्टेबल सुभाष सी बेरवाल, उत्तराखंड पिथौरागढ़ के कांस्टेबल दिनेश बोहरा और जम्मू के कांस्टेबल संदीप कुमार के रूप में हुई है।
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