मथुरा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में होने वाली मंगला आरती के समय उमड़ी भारी भीड़ के दबाव के कारण बड़ा हादसा हो गया। भीड़ के कारण हुए हादसे में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि छह घायल बताए गए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है। हादसे के वक्त मंदिर परिसर में जिले के आला अफसर भी मौजूद थे।
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में रात 12 बजे श्रीकृष्ण का अभिषेक किया गया। इसके बाद ठाकुर जी का विशेष श्रृंगार हुआ। इस दौरान कपाट बंद थे। भक्त मंदिर के आंगन में इकट्ठा होते रहे। 1.45 बजे कपाट दोबारा खोले जाने थे। इसके बाद 1.55 बजे मंगला आरती शुरू होनी थी। मंदिर के आंगन में एक साथ करीब 800 भक्त आ सकते हैं। अनुमान है कि यहां क्षमता से कई गुना श्रद्धालु पहुंच गए। भीड़ अधिक होने की वजह से कुछ श्रद्धालुओं का दम घुटने लगा।
मंदिर में जिस समय हादसा हुआ उस समय डीएम, एसएसपी, नगर आयुक्त सहित भारी पुलिस बल मौजूद था। हादसा होते ही पुलिस और निजी सुरक्षाकर्मियों ने बेहोश हो रहे श्रद्धालुओं को मंदिर से निकालना शुरू कर दिया। इस हादसे में घायल हुए श्रद्धालुओं को वृंदावन के राम कृष्ण मिशन, ब्रज हेल्थ केयर और सौ शैय्या अस्पताल भेजा गया। हादसे में नोएडा सेक्टर 99 निवासी महिला निर्मला देवी, पत्नी देव प्रकाश और रुक्मणि बिहार कालोनी निवासी व मूल निवासी जबलपुर के राम प्रसाद विश्वकर्मा (65) की मौत हो गई।
अफसरों पर वीआईपी ड्यूटी में व्यस्त होने के आरोप
बांके बिहारी मंदिर के सेवादारों का दावा है कि अफसर वीआईपी व्यवस्था में व्यस्त रहे। अफसरों के परिवार के लोग छत पर बनी बालकनी में दर्शन कर रहे थे। ऊपरी मंजिल के गेट बंद कराए गए थे। 2 बजे मंगला आरती शुरू होने के बाद भक्तों का दबाव बढ़ा था। लोग बेहोश होने लगे, तो बचाव में दिक्कत आई। इस मामले में एसएसपी अभिषेक यादव का कहना है कि मंदिर परिसर में CCTV कैमरे लगे है। अगर ऐसा होगा तो कैमरों में सब रिकॉर्ड हुआ होगा।
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