नई दिल्ली। भारत सरकार ने आईटी एक्ट 2021 के तहत सात भारतीय और एक पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल को ब्लॉक कर दिया है। इन यूट्यूब चैनल के व्यूज 114 करोड़ से भी अधिक थे और सब्सक्राइबर्स की संख्या 85 लाख 73 हजार से भी अधिक थी। इन चैनल पर विज्ञापन भी आते थे।
सरकार की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि ये चैनल केंद्र द्वारा धार्मिक संरचनाओं को ध्वस्त करने, धार्मिक त्योहारों के उत्सव पर प्रतिबंध लगाने, भारत में धार्मिक युद्ध की घोषणा जैसे झूठे दावे कर रहे थे। बयान में आगे कहा गया कि इस तरह की सामग्री में सांप्रदायिक विद्वेष पैदा करने और देश में सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने जैसा पाया गया। यूट्यूब चैनल पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर को लेकर फेक न्यूज फैलाने का भी आरोप है। राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेशी राज्यों के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंधों के दृष्टिकोण से सामग्री को पूरी तरह से गलत और संवेदनशील माना गया है।
जिन यूट्यूब चैनल को ब्लाक किया गया है, उनके व्यूज की संख्या 114 करोड़ से अधिक थी। इसके अलावा सब्सक्राइबर्स की संख्या 85 लाख से अधिक थी। आईटी नियम, 2021 के तहत आपातकालीन शक्तियों का उपयोग करते हुए, भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेशी संबंधों और सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित दुष्प्रचार फैलाने के लिए 8 YouTube समाचार चैनलों को अवरुद्ध कर दिया है।
बता दें कि इससे पहले पिछले महीने ही सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि सरकार ने वर्ष 2021-22 के दौरान फेक न्यूज फैलाने के आरोप में 94 यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगाया है। इसके साथ ही 19 सोशल मीडिया अकाउंट और 747 यूआरएल को भी प्रतिबंधित किया है। राज्यसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए ठाकुर ने कहा कि ये कार्रवाई सूचना तकनीक एक्ट 2000 की धारा 69ए के तहत की गई है।
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