दिल्ली। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने दुकान और फ्लैट देने के नाम पर निवेशकों से ठगी करने वाले एक भगोड़े बिल्डर को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने 31 से ज्यादा लोगों से 10 करोड़ से अधिक की ठगी की थी। आरोपी के खिलाफ एलओसी के अलावा गैर जमानती वारंट भी जारी थे। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर इसके बाकी साथियों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
आर्थिक अपराध शाखा के पुलिस अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2012 में एशियन डेवलपर्स, प्राइवेट लिमिटेड नामक निजी कंपनी में बावल के सेक्टर-2, रेवाड़ी, हरियाणा में फ्लैट और दुकानों के लिए एक विज्ञापन निकाला था। विज्ञापन देखकर निवेशकों ने बुकिंग करा ली। निवेशकों को 27 माह में प्रॉपर्टी पर कब्जा देने की बात की गई। लेकिन अप्रैल 2014 में अचानक प्रोजेक्ट पर काम बंद हो गया। बिल्डर लोगों के रुपये लेकर रार हो गया। मामले की शिकायत पुलिस से की गई।
पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि बिल्डर ने ठगी की रकम को दूसरी जगह ट्रांसफर कर लिया। पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से आरोपी की तलाश शुरू की तो पता चला कि वह बार-बार लोकेशन बदल रहा है। जांच के दौरान आरोपी के खिलाफ एलओसी जारी कर दी गई।
इसके अलावा पटियाला हाउस कोर्ट ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी कर दिया गया। छानबीन के दौरान 9 अगस्त को टीम को सूचना मिली कि आरोपी तिलक नगर इलाके में आने वाला है। पुलिस ने एरिया की निगरानी शुरू कर दी। बाद में उसे एक डेंटल क्लीनिक के बाहर से गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए आरोपी की पहचान सेक्टर-19 वसुंधरा, साहिबाबाद, गाजियाबाद निवासी दीपक गुसैन (40) के रूप में हुई है। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी ने कॉमर्स से पोस्ट ग्रेजुएशन किया हुआ है।
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