श्रीनगर। सिविल सेना से राजनीति में गए और उसके बाद एक बार फिर राजनीति को छोड़ नौकरशाही में वापस लाैटे शाह फैसल को सरकार ने बहाल कर दिया है। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) की स्वीकृति के बाद सरकार ने उन्हें पर्यटन मंत्रालय में उप सचिव के पद पर तैनात किया है।
कश्मीर के आइएएस टापर रहे शाह फैसल ने जनवरी 2019 में सरकार को अपना इस्तीफा सौंप जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट (JKPM) पार्टी बनाई थी। अनुच्छेद 370 समाप्ति के तुरंत बाद उन्हें सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम के तहत हिरासत में लिया गया था। रिहा होने के बाद डॉक्टर से नौकरशाह बने शाह फैसल ने राजनीति छोड़ दी और सरकारी सेवा में फिर से शामिल होने की अपनी इच्छा जाहिर की। शाह फैसल ने गत अप्रैल में राजनीतिक को छोड़ दोबारा से नौकरी पर लौटने के लिए सरकार से अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए आवेदन किया था, जिसे स्वीकार कर उन्हें सेवा में बहाल कर दिया।
गत 27 अप्रैल को डॉ शाह फैसल ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर यह जाहिर किया कि उनके आदर्शवाद ने उन्हें निराश किया है। “मेरे जीवन के 8 महीनों (जनवरी 2019-अगस्त 2019) में, मैं लगभग समाप्त हो गया था। मैंने लगभग वह सब कुछ खो दिया जो मैंने वर्षों में बनाया था। पर मैंने कभी उम्मीद नहीं खोई। मेरे आदर्शवाद ने मुझे निराश किया।’
उन्होंने अपने ट्वीट में जिन आठ महीनों का उल्लेख किया, वह उनके इस्तीफे के बाद की अवधि थी, इसी दौरान उन्होंने अपनी पार्टी जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट शुरू की थी। आपको जानकारी हो कि डॉ शाह फैसल जम्मू-कश्मीर के पहले यूपीएससी टॉपर हैं। साल 2009 में सिविल सेवा परीक्षा में टॉप करने के बाद पहली बार फैसल सुर्खियों में आए।
हालांकि, जनवरी 2019 में उन्होंने घोषणा की कि वह सिविल सेवा छोड़ देंगे। अधिकारी ने अपना इस्तीफा देते हुए केंद्र सरकार पर यह आरोप लगाए थे कि कश्मीर में हत्याओं, मुसलमानों के हाशिए पर जाने और सार्वजनिक संस्थानों को तोड़फोड़ का वह विरोध करते हैं।
Discussion about this post