लखनऊ। समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की मुश्किले कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मंगलवार 26 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गायत्री प्रजापति के खिलाफ कार्रवाई करते हुए करीब आठ बीघ बेनामी जमीन की जब्त किया है, जिसकी कीमतों करोड़ों रुपए में है। ऐसा बताया जा रहा है कि यह जमीन गायत्री प्रजापति ने अपने नौकर राम सहाय के नाम पर ली थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 26 जुलाई को इस जमीन पर लखनऊ जिला प्रशासन की मदद से यह कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि बाकी जमीन को चिह्नित करने की कार्रवाई आज यानी बुधवार को भी जारी रहेंगी। ऐसा बताया जा रहा है कि जिस जमीन को ईडी ने जब्त किया है उसपर प्लॉटिंग का काम चल रहा था। वहीं डीएम सर्किल रेट के आधार पर इसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी अभी तक गायत्री प्रजापति की करीब 90 करोड़ रुपए की संपत्ति को जब्त कर चुकी है। ये संपत्तियां मुंबई, अमेठी, सुल्तानपुर, लखनऊ, कानपुर में थी। मिली जानकारी के मुताबिक, ईडी ने 10 बीघा जमीन को कब्जे में लिया है। कहा जा रहा है कि गायत्री ने सपा सरकार के दौरान अपने नौकर के नाम पर गांव में 10 बीघा जमीन ली थी। यहां पर गायत्री प्लॉटिंग का काम करवा रहे थे। ऐसे में ईडी सक्रिय हुई और गांव में जाकर जमीन को कब्जे में ले लिया।
ईडी के अधिकारियों ने गाटा संख्या 379, 391, 375, 325, 343, 348, 349, 391 व 367 पर जमीन को जब्त करने का बोर्ड लगा दिया। तो वहीं, तहसीलदार राजेश विश्वकर्मा ने बताया कि ईडी की ओर से चिह्नित गाटों का जब तक सीमांकन नहीं हो जाता है, जब तक राजस्व टीम की कार्रवाई चलती रहेगी। बुधवार को भी सीमांकन होगा। बता दें कि प्रजापति पहले भी कई बार विवादों में घिर चुके हैं और इस वक्त को वो गैंगरेप के एक मामले में जेल में बंद है।
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