नूंह। हरियाणा के तावडू में खनन माफिया द्वारा डीएसपी सुरेंद्र सिंह की हत्या की घटना से सनसनी फैल गई। घटना के करीब 4 घंटे बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश में आसपास के कई गांवों को घेर लिया। एनकाउंटर में डंपर के क्लीनर इकरार के पैर में गोली लगी, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। सीएम खट्टर ने परिवार को एक करोड़ रुपये के मुआवजे के साथ परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि वह मृतक के परिवार के साथ खड़े हैं और डीएसपी को शहीद का दर्जा मिलेगा।
डीएसपी की हत्या मामले में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ‘आज बहुत बड़ी दुर्घटना हुई है। हमारे एक डीएसपी सुरेंद्र सिंह नूंह जिले में ड्यूटी पर थे, किसी खनन माफिया के एक व्यक्ति ने उन पर डंपर चढ़ा दिया। इससे उनकी मौके पर मौत हो गई।’ सीएम खट्टर ने आगे कहा, ‘हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवार के साथ हैं। शहीद पुलिस अधिकारी के परिजनों को मुआवजे के रूप में कुल 1 करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे। इसके साथ ही हम उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी देंगे।’
चंडीगढ़ के एडीजीपी संदीप खिरवार ने बताया, ‘हमें जानकारी है कि वहां हमारे 4 मुलाजिम थे जिसमें डीएसपी की निजी टीम थी। हमें उम्मीद है कि हम जल्द कामयाब होंगे। हमने नाकाबंदी कराई है, डंपर भी जल्द मिल जाएगा। हमने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।’
दरअसल तावड़ू पुलिस को पंचगांव की पहाड़ी में बड़े स्तर पर अवैध खनन की सूचना मिली थी। DSP सुरेंद्र सिंह पुलिस टीम के साथ पहाड़ी पर रेड मारने पहुंचे थे। पहाड़ी पर उन्हें पत्थर ले जाते वाहन मिले, जिसे उन्होंने रोकना शुरू कर दिया। इसी बीच माफियाओं ने DSP पर पत्थरों से भरा डंपर चढ़ा दिया।
उस समय DSP सुरेंद्र सिंह अपनी सरकारी गाड़ी के पास खड़े थे। डंपर की टक्कर से वह नीचे गिर गए और डंपर उनको रौंदता हुआ ऊपर से निकल गया। सुरेंद्र सिंह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। घटना की जानकारी के बाद बड़ी संख्या में अफसर और पुलिस टीम मौके पर पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।
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