गाजियाबाद में बहू ने कराई थी ससुर की हत्या, बॉयफ्रेंड और उसके दोस्तों ने मिलकर दिया था वारदात को अंजाम

ट्रांस हिंडन। टीला मोड थाना क्षेत्र के पसौंडा गाँव में रहने वाले 75 वर्षीय बुजुर्ग जसवंत की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। जसवंत की हत्या उसकी बहू ने अपने बॉयफ्रेंड और उसके दोस्तों के साथ मिलकर की थी। वह प्रॉपर्टी में हिस्सा नहीं मिलने से नाराज थी। पुलिस ने बहू समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

टीला मोड़ थाना क्षेत्र गांव पसौंडा गांव में पुराने मंदिर के पास परिवार संग रहने वाले 75 साल के बुजुर्ग जसवंत शर्मा की उनके कमरे में संदिग्ध परिस्थितयों में गुरुवार देर रात हत्या कर दी गई थी। बुजुर्ग के गमछे पर खून के निशान मिले। दूसरे कमरे से अलमारी का मास्टर चाबी से ताला खोलकर करीब पांच लाख की बुजुर्ग ज्वेलरी और 20000 की नकदी चोरी कर ली गई। घटना के समय मृतक की बहू कविता और पोता तुषार घर में मौजूद थे जबकि बुजुर्ग का छोटा बेटा पंकज अपनी पत्नी पारुल, भतीजे हनी, मां कृष्णा और दो बेटों के साथ राजस्थान के धार्मिक स्थल पर मुंडन कराने गए थे।

पुलिस की शुरूआती जांच में तुषार और उसकी मां कविता के बयानों में विरोधाभास पाये जाने के साथ ही मृतक के छोटे बेटे की शिकायत पर भाभी कविता के खिलाफ केस दर्ज किया था। पंकज ने बताया कि वह अपने बेटे का मुंडन कराने के लिए मां कृष्णा देवी और परिवार के अन्य लोगों के साथ राजस्थान गए थे। आधी रात के बाद उसे वारदात की सूचना तुषार ने फोन से दी। उसका कहना है कि सोते समय मां कविता के अचानक दर्द हुआ था। उन्होंने उसे उठाया। उसने देखा कि मां के हाथ बंधे हुए हैं और दादा का कमरा भी खुला हुआ है। उसने जाकर देखा तो दादा का शव पड़ा हुआ था।

मृतक जसवंत

पुलिस को बहू पर ही था शक
कविता पर शक जाने की कुछ वजहें भी थी। उसके हाथ-पैर पीछे से बंधे हुए थे। उसका कहना था कि जब वह सोकर उठी तो हाथ-पैर बंधे मिले। पुलिस के मुताबिक, सोते वक्त पीछे की तरफ से हाथ नहीं बांधे जा सकते। यदि बांधे भी जाते तो निश्चित रूप से कविता नींद से जाग जाती। इसके अलावा बदमाशों के पास अलमारी की चाभी कहां से आई? मुख्य गेट के अलावा अन्य कोई रास्ता घर में घुसने का नहीं था तो फिर बदमाश कैसे घुसे?

पुलिस को इस केस में सबसे बड़ी लीड तब मिली, जब कविता के कमरे से एक मोबाइल सिम मिला। पुलिस ने इसे चालू किया और CDR (कॉल डिटेल रिपोर्ट) निकाली तो पता चला कि वारदात वाली रात ये सिम चालू था और एक मोबाइल नंबर पर लगातार बातचीत भी हुई थी। इसी के सहारे पुलिस ने पूरा केस खोल दिया।

मेरठ के रहने वाले हैं सभी आरोपी
SP सिटी (सेकेंड) ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि इस हत्याकांड में रविवार को मृतक की बहू कविता समेत इरशाद, मोहम्मद नौशाद और साजिद को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपी मेरठ में लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। इनसे लूटे गए जेवरात, 5600 रुपए नगदी, बाइक और तीन मोबाइल बरामद हुए हैं। पांचवां आरोपी परवेज फरार है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।

दो साल पहले हुई थी टैक्सी ड्राइवर परवेज से मुलाकात
पूछताछ में कविता ने बताया कि दो साल पहले उसकी मुलाकात टैक्सी ड्राइवर परवेज से हुई। परवेज किसी मामले में जेल चला गया तो उसका मोबाइल इरशाद के पास आ गया। इस मोबाइल में कविता का नंबर सेव था। इसके बाद कविता और इरशाद में बातचीत शुरू हो गई। इन दो साल में दोनों का कई स्थानों पर मिलना-जुलना भी हुआ।

कविता के अनुसार, पति की मौत के बाद ससुर न तो खर्चा देता था और न ही प्रॉपर्टी में हिस्सेदारी दे रहा था। इधर, ईद मनाने के लिए इरशाद ने कविता से कुछ रुपए मांगे। कविता ने आइडिया दिया कि अगर वह उसका घर लूट ले और ससुर को मार दे तो कुछ पैसा मिल सकता है।

बहू ने खुद हत्यारे बुलाए और कराई वारदात
15 जुलाई को घटना वाले दिन कविता का देवर पंकज धार्मिक यात्रा पर परिवार सहित राजस्थान गया था। उसी रात 11 बजे कविता ने फोन करके इरशाद व उसके दोस्तों को बुला लिया। मुख्य दरवाजा खुद कविता ने खोला। अलमारी की दूसरी चाभी भी कविता ने इरशाद को मुहैया कराई।

अलमारी खोलते वक्त आवाज होने से कविता का ससुर जसवंत शर्मा जाग गया। जिस पर सभी ने मिलकर हाथ-पैर बांध दिए और पीट-पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद बराबर वाले कमरे से रुपए-जेवरात निकाले। सबसे आखिर में आरोपियों ने इसे सच्ची घटना का रूप देने के लिए कविता के हाथ-पैर बांध दिए और फरार हो गए।

कविता के पति की हो चुकी है मौत
जसवंत शर्मा का एक करोड़ कीमत का मकान है। मकान के अंदर कई गोदाम बने हुए थे। एक दुकान किराए पर थी। इसी से घर का खर्च चलता था। उनके दो बेटे थे। दोनों बेटों की शादी हो गई थी। बड़े बेटे की शादी करीब 20 साल पहले हुई थी। वह कपड़े की दुकान पर काम करता था। 7 महीने पहले बीमारी से उसकी मौत हो गई थी। जसवंत शर्मा के साथ बड़े बेटे की पत्नी कविता और छोटे बेटे का परिवार रहता था।

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