लखनऊ। राजधानी लखनऊ में लुलु मॉल में नमाज़ पढ़े जाने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस मामले में लुलु माल प्रबंधन ने नमाजियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। लुलु माल की तहरीर पर सुशांत गोल्फसिटी थाने में एफआइआर दर्ज की गई है।
माल प्रबंधन ने कहा कि हम सभी धार्मिक भावनाओं का आदर करते हैं। माल के लिए बनाए गए नियम के तहत, हम यहां किसी भी प्रकार की संगठित धार्मिक कार्य या प्रार्थना जैसी गतिविधियों की अनुमति नहीं देते हैं। उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारियों और सुरक्षा टीम से कहा गया है कि माल परिसर में ऐसी गतिविधियां न हों।
उधर, इस मामले में सुशांत गोल्फ सिटी थाने में अज्ञात नमाजियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है। एडीसीपी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर माल परिसर में नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ था। माल प्रशासन ने जांच की तो पता चला कि नमाज में उनका कोई कर्मचारी शामिल नहीं था। लखनऊ में सार्वजनिक स्थलों पर पूजा-पाठ या नमाज अदा करने पर धारा 144 के तहत पाबंदी है। पुलिस ने धारा 153A, 295A, 341 समेत कई अन्य धाराओं में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
माल प्रशासन की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना की जा रही है। इंटरनेट मीडिया पर वायरल वीडियो में माल के शापिंग एरिया में लोगों का एक समूह खुली जगह में नमाज अदा करते हुए दिखाई दे रहा है। इस पर अखिल भारत हिंदू महासभा ने बयान जारी कर कहा था कि अगर माल में फिर से नमाज अदा की जाती है, तो वह ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ करके इसका विरोध करेगी।
इस संबंध में जारी बयान में संगठन ने हिंदू समुदाय से भी माल का बहिष्कार करने को कहा। संगठन ने यह भी कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार ने सार्वजनिक स्थान पर धार्मिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया है। इसके बावजूद माल परिसर में नमाज पढ़ी गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 जुलाई को शहीद पथ के पास बने लुलु माल का उद्घाटन किया था।
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