गाजियाबाद। कैंसर का दुर्लभ व मंहगा इलाज, कैंसर मरीजों की मनोदशा व कैंसर मरीजों के प्रति समाजिक दृष्टिकोण के बारे में एक चिकित्सक से बेहतर भला कौन जान सकता है। जिसे ध्यान में रखते हुए बीते रविवार (10 जुलाई) को राजनगर रेसिडेंसी सोसाइटी व श्री जगन्नाथ चैरिटेबल कैंसर इंस्टीट्यूट एण्ड रिसर्च सेंटर के द्वारा निःशुल्क कैंसर एवं स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया।
राजनगर रेसिडेंसी सोसाइटी के क्लब परिसर में आयोजित इस शिविर में उपस्थित डॉ. हिना सिंह (फिजीशियन) व डॉ वैभव अग्रवाल (फिजीशियन) ने बताया कि मल-मूत्र से खून आना, भूख न लगना, वजन घटना, छाती में दर्द, थकावट, सांस लेने में तकलीफ, शरीर में गांठ आदि कैंसर के प्रमुख लक्षण हैं। ऐसे में शुरुआती दौर में कैंसर की जाँच होने पर इसका इलाज अधिक प्रभावी सबित होता है।
शिविर में 18 मरीजों की मेमोग्राफी सहित कुल 50 मरीजों की जाँच की गई। जिसमें कैंसर की दृष्टि एक संभावित मरीज की पहचान हुई। इस दौरान डॉ. ललिता सिंघल (वरिष्ठ रेडिएसन ऑन्कोलॉजिस्ट) बताया कि महिलाओं में होने वाले कैंसर में ब्रेस्ट कैंसर की संभावना सबसे अधिक होती है। ब्रेस्ट के आकार में बदलाव, गांठ बनना, पानी निकलना आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं। राजनगर रेसिडेंसी सोसाइटी की महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी।
बता दें कि गाजियाबाद के दुहाई स्थित श्री जगन्नाथ चैरिटेबल कैंसर इंस्टीट्यूट एण्ड रिसर्च सेंटर 7 हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल में स्थापित है। जहाँ निम्न आय वर्ग के कैंसर मरीजों का बहुत ही कम दर पर इलाज किया जाता है। अस्पताल में कैंसर ओपीडी, कैंसर सर्जरी, रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी, आईसीयू, मैमोग्राफी, पैथोलॉजी, डिजिटल एक्स-रे, सी टी स्कैन, 24 घंटे भर्ती, 24 घण्टे फार्मेसी व एम्बुलेंस आदि सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
मेडिकल डायरेक्टर एवं वरिष्ठ ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. ऋषि गुप्ता, वरिष्ठ सर्जन डॉ. मोहित भटनागर, मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. विनोद त्यागी, रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. ब्रिजू पॉल, सर्जन डॉ. संजीव तुली, फिजीशियन डॉ. शिवानी अग्निहोत्री आदि के देखरेख में यह सेंटर बेहतर चिकित्सा के लिए प्रतिबद्ध है।
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