गाजियाबाद: दोस्त ने छीनी कार फिर लौटाने से किया इनकार, वकील ने लाइसेंसी पिस्टल से की आत्महत्या

गाजियाबाद। कविनगर थाना क्षेत्र के राजनगर सेक्टर 10 निवासी एक अधिवक्ता ने अपने पिता की लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। आरोप है कि कार टकराने पर दोस्तों ने अधिवक्ता से मारपीट कर जेवर लूट लिए थे और पूर्व प्रमुख ने कार छीन ली थी। इतना ही नहीं डेढ़ लाख रुपये देने का दबाव भी बना रहे थे।

मूलरूप से मुरादनगर के सौंदा निवासी राकेश त्यागी परिवार के साथ राजनगर सेक्टर-10 में रहते हैं। शनिवार को वह पत्नी के साथ अपने गाँव सौंदा गए हुए थे। घर में उनके इकलौते बेटे आशीष त्यागी (26) मौजूद थे, जो पेशे से अधिवक्ता थे। रविवार सुबह मकान पर पहुंचने पर कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। खिड़की की जाली काटकर अंदर गए तो आशीष का लहूलुहान शव चारपाई पर मिला। उसके पास में ही पिस्टल व कारतूस का खोखा पड़ा मिला।

राकेश ने बताया कि आशीष सात जुलाई को रालोद के पूर्व जिलाध्यक्ष और पूर्व प्रमुख अजयपाल के लैंडक्राफ्ट सोसायटी निवासी भतीजे अक्षय चौधरी की सगाई में गोविंदपुरम गया था। अजय का बेटा नोनू व दामाद संजय राठी भी साथ थे। जब आशीष वहां से चलने लगा तो नोनू ने उसकी कार की चाबी निकाल ली। कई बार मांगने पर भी जब चाबी नहीं दी तो मजबूरन वह संजय राठी की कार लेकर अजय के घर के लिए निकल गया। रास्ते में डायमंड टी प्वाइंट के पास कार ग्रीन बेल्ट में टकराकर क्षतिग्रस्त हो गई।

उनका आरोप है कि संजय राठी, अक्षय चौधरी, अनुभव चौधरी व अजय प्रमुख ने मदद करने की बजाय आशीष के साथ बदतमीजी की और घड़ी, पर्स व सोने की चेन छीनकर वीवीआईपी सोसायटी ले गए। वहां बंधक बनाकर पिटाई की। वे कार की मरम्मत के डेढ़ लाख मांग रहे थे। इसके बाद अक्षय के शादी समारोह में आशीष को दिल्ली के मायापुरी में बुलाया। कहा था, कार लौटा देंगे, लेकिन वहां इनकार कर दिया।

राकेश की तहरीर पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने, लूट और बंधक बनाने की धारा में केस दर्ज किया है। इसमें शास्त्रीनगर निवासी अजयपाल, लैंडक्राफ्ट सोसायटी निवासी उनका बेटा नोनू और भतीजा अक्षय, नोएडा निवासी दामाद संजय राठी को नामजद किया गया है। पुलिस का कहना है कि चारों से पूछताछ की जाएगी। साक्ष्य मिलने के आधार पर कार्रवाई होगी।

Exit mobile version