बेंगलुरु। कनाडा के सांसद चंद्र आर्य ने बुधवार को कहा कि कनाडा में हिंदू विरोधी और भारत विरोधी ताकतों ने हाथ मिला लिया है। कनाडाई सांसद, जो मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले हैं, ने ये टिप्पणी फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलई द्वारा मां काली पर एक आपत्तिजनक पोस्टर के संबंध में की, जिससे पूरे देश में आक्रोश का माहौल है और लोग इसकी निंदा कर रहे हैं।
चंद्र आर्य ने अपने सोशल मीडिया पर कहा, ‘फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलई द्वारा काली पोस्टर को देखकर दुख हुआ। पिछले कुछ वर्षों में, कनाडा में पारंपरिक हिंदू विरोधी और भारत विरोधी समूह सेना में शामिल हो गए हैं, जिसके परिणामस्वरूप मीडिया में हिंदू फोबिक लेख प्रकाशित हुए हैं और हमारे मंदिरों पर हमले हुए हैं।’ उन्होंने यह भी कहा कि पोस्टर के संबंध में आगा खान संग्रहालय के द्वारा मांगी गई माफी का स्वागत है।
दरअसल टोरंटो में रहने वाली फिल्मकार लीना मणिमेकलई ने शनिवार को ट्विटर पर अपनी शॉर्ट फिल्म काली का पोस्टर साझा किया था, जिसमें हिंदू देवी को धूम्रपान करते और हाथ में एलजीबीटीक्यू समुदाय का झंडा थामे हुए दिखाया गया है। इस पोस्टर के सामने आने के बाद मणिमेकलई पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप लग रहे हैं।
उनके खिलाफ दिल्ली, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में कई एफआईआर दर्ज हुई हैं। बिहार की दो अलग-अलग अदालतों में भी उनके खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है। यही नहीं, सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ अरेस्ट लीना मणिमेकलई (लीना मणिमेकलई को गिरफ्तार करो) हैशटैग ट्रेंड करने लगा। इस पोस्टर को लेकर विवाद इतना बढ़ गया है कि ओटावा स्थित भारतीय उच्चायोग ने कनाडाई प्राधिकारियों से काली से जुड़ी सभी आपत्तिजनक सामग्री हटाने की अपील की है।उच्चायोग ने कनाडा में मौजूद हिंदू समुदाय के नेताओं से वहां प्रदर्शित लघु फिल्म के पोस्टर में हिंदू देवी के अपमानजनक चित्रण को लेकर शिकायतें मिलने के बाद यह कदम उठाया है।
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