अग्निपथ स्कीम नहीं होगी वापस, हिंसा में शामिल लोगों को नहीं मिलेगा मौका, भर्ती प्रक्रिया के लिए तारीखों का हुआ एलान

नई दिल्ली। भारतीय सेना में भर्ती को लेकर अब तक का सबसे बड़ा बदलाव हुआ है। थल सेना, नौसेना और वायुसेना में अब अग्निपथ स्कीम के तहत अग्निवीर की भर्ती होगी। जिन लोगों ने विरोध-प्रदर्शनों में हिस्‍सा लिया, उन्‍हें अग्निपथ का हिस्‍सा बनने नहीं दिया जाएगा। युवाओं को एक हलफनामा देना होगा कि उसने किसी विरोध, प्रदर्शन में हिस्‍सा नहीं लिया है। तीनों सेना के एक संयुक्त बयान में कहा गया कि अग्निपथ स्कीम वापस नहीं होगा। वहीं सेना ने तीनों सेनाओं में भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए तारीखों का एलान भी कर दिया है।

अग्निपथ योजना के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के बीच सेना ने साझा प्रेस वार्ता कर इस योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि यह योजना काफी विचार-विमर्श करके लाई गई है। दो साल से इस योजना पर चर्चा चल रही थी। इस योजना का उद्देश्य युवाओं के जोश-होश के बीच तालमेल बनाना है। उन्होंने बताया कि इस स्कीम की मांग वर्ष 1989 में की गई थी। योजना के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि अग्निवीरों को आम सैनिकों की तरह हीं सारी सुविधाएं मिलेंगी। इसके साथ ही उनका 1 करोड़ का बीमा भी किया जाएगा। सभी अग्निवीरों को आम जवानों की तरह फायदे मिलेंगे।

उन्होंने कहा कि आज की तुलना में अग्निवीरों को ज्यादा अलाउंस और सुविधाएं मिलेंगी। उन्‍हें सियाचिन और अन्य क्षेत्रों में वही भत्ता और सुविधाएं मिलेंगी जो नियमित सैनिकों पर लागू होती है। उनके साथ रहन सहन और सम्‍मान में कोई भेदभाव नहीं होगा। मौजूदा वक्‍त में नियमित जवान को जो पे-अलाउंस मिल रहे हैं, अग्निवीर को उससे ज्‍यादा मिलेंगे।

अनिल पुरी ने कहा कि जो भी युवा इधर-उधर, भटक रहे हैं वह अपना समय बर्बाद नहीं करें क्योंकि किसी के लिए भी फिजिकल टेस्ट पास करना उतना आसान नहीं होता है। उनसे गुजारिश है कि वह अपना पूरा ध्यान अगले महीनों में होने वाले टेस्ट पर लगाएं।’

सेना ने देशभर में हो रहे प्रदर्शन को लेकर नाराजगी भी व्यक्त की है। सेना ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अनुशासन ही भारतीय सेना की नींव है। पुरी ने कहा कि सेना में आगजनी, तोड़फोड़ के लिए कोई जगह नहीं है। देशभर में हो रहे विरोध को लेकर उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को एक प्रमाण पत्र देना होगा कि वे हिंसक विरोध या बर्बरता का हिस्सा नहीं थे। सेना ने कहा कि कुछ संस्थान जिन्होंने छात्रों से तैयारी के पैसे ले लिए हैं वे उन्हें उकसा रहे हैं। सेना एक बात साफ कर देना चाहती है कि अगर किसी भी युवा के खिलाफ FIR होती है तो उसे सेना में भर्ती होने का मौका नहीं दिया जाएगा।

भारतीय वायुसेना में 24 जून से बैच को लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी
एयर मार्शल एसके झा ने कहा कि भारतीय वायुसेना में 24 जून से अग्निवीरों के पहले बैच को लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह एक ऑनलाइन सिस्टम है। उसी के तहत उसपर रजिस्ट्रेशन शुरू होगा। एक महीने बाद 24 जुलाई से फैज-1 ऑनलाइन परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। एयर मार्शल एसके झा ने कहा कि दिसंबर के अंत तक अग्निवीर के पहले बैच को वायुसेना में शामिल कर लेंगे। 30 दिसंबर से पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी।

नौसेना 25 जून को जारी करेगी नोटिफिकेशन
नौसेना के वाइस एडमिरल डी.के. त्रिपाठी ने कहा कि हमने अपनी भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। 25 जून तक हमारी एडवरटाइजमेंट सूचना और प्रसारण मंत्रालय में पहुंच जाएगा। एक महीने के अंदर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 21 नवंबर को हमारे पहले अग्निवीर हमारे ट्रेनिंग संस्थान में रिपोर्ट करेंगे।

थलसेना एक जुलाई को जारी करेगी नोटिफिकेशन
थलसेना एक जुलाई को नोटिफिकेशन जारी करेगी। इसके बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

सेनानिवृति के सवाल पर सेना ने दिया जवाब
सेनानिवृति के सवाल पर अनिल पुरी ने कहा कि हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं में समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे? उन्होंने कहा कि यह योजना युवाओं के भविष्य के लिए सोच-समझकर उठाया गया कदम है।

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