पीलीभीत। अग्निपथ योजना का पूरे देश में विरोध हो रहा है। 11 से ज्यादा राज्यों में छात्रों ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया और कई जगहों पर तो ट्रेन और सार्वजनिक संपत्तियों को आग लगा दी गई। इस बीच भाजपा सांसद वरुण गांधी ने छात्रों से अपील की है कि वे हिंसा का रास्ता न अपनाएं। इससे उनकी मांगे कमजोर होती हैं। उन्होंने कहा है कि वे युवाओं के साथ खड़े हैं और उनके साथ न्याय होगा। वरुण ने इसके पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखते हुए उनसे छात्रों के हित में नीतियां बनाने की अपील की थी।
एक वीडियो बयान ट्वीट करते हुए भाजपा सांसद ने शुक्रवार को कहा कि छात्र लोकतांत्रिक मर्यादा का ध्यान रखें और सोशल मीडिया-मार्च जैसे शांतिपूर्ण तरीकों से अपनी बातें केंद्र के सामने रखें। उन्होंने कहा है कि छात्रों के विरोध को देखते हुए केंद्र सरकार ने 24 घंटे के अंदर उम्र सीमा का बदलाव किया है। उन्हें उम्मीद है कि सरकार उनकी अन्य मांगों पर भी विचार करेगी और एक बेहतर विकल्प पेश किया जाएगा।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को ही छात्रों के प्रदर्शन को राष्ट्रीय जनता दल के इशारे पर ‘गुंड़ों’ के द्वारा की गई घटना बताया है। कहा जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री के इस बयान के बाद छात्र और ज्यादा भड़क गए और बिहार में स्थिति बिगड़ती चली गई। पार्टी ने अपने नेताओं से इस संवेदनशील मसले पर बेहद सावधानी के साथ बातें रखने के लिए कहा है।
दरअसल, इसके पहले हुए किसान आंदोलन के दौरान भी कुछ पार्टी नेताओं ने किसानों को ‘खालिस्तानी’ और ‘अराजक तत्व’ करार दिया था। इससे किसानों की नाराजगी बढ़ गई थी। इसे ध्यान रखते हुए पार्टी ने अपने नेताओं से इस मसले पर बेहद सावधानी से तथ्यात्मक बातें रखने का निर्देश दिया है।
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