नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने सेना के लिए नई योजना अग्निपथ को युवाओं से स्वीकार न करने का आग्रह किया है। वहीं कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने इस योजना को सही ठहराया है। उन्होंने कहा है कि अग्निपथ योजना आधुनिक युद्ध की प्रकृति में भारी बदलाव को देखते हुए सही दिशा में उठाया गया कदम है।
सेना भर्ती की नई योजना पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने यह स्वीकार किया कि देश के युवाओं की रोजगार को लेकर जो चिंता है वो उचित है। उन्होंने कहा केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना हालांकि कहा कि सशस्त्र बल रोजगार गारंटी कार्यक्रम नहीं है लेकिन सेना के लिए आधुनिक युद्ध की प्रकृति में भारी बदलाव को देखते हुए सही दिशा में उठाया गया एक कदम है।
टीवी चैनन एनडीटीवी की ओर से लिए गए एक इंटरव्यू में उन्होंने पार्टी लाइन से हटकर बात की। मनीष तिवारी ने कहा ‘आपको एक मोबाइल सेना, एक युवा सेना की आवश्यकता होती है। आपको प्रौद्योगिकी और हथियारों पर अधिक खर्च की आवश्यकता होती है। अगर आपके पास पहले से कोई बड़ा फूटप्रिंट नहीं होगा तो ये सब संभव नहीं है। आप इसे पसंद करें या ना करें, मुझे लगता है कि वन रैंक वन पेंशन योजना के कारण बढ़ते पेंशन बिल की वजह से ये सब केंद्र सरकार की प्राथमिकता में नहीं रहा।
एक ओर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को सही ठहरा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने इस योजना के विरोध में कड़ा रुख अपनाया है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी युवाओं से इस योजना को स्वीकार ना करने का आग्रह किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘कोई रैंक नहीं, कोई पेंशन नहीं, 2 साल तक कोई सीधी भर्ती नहीं, चार साल बाद कोई स्थिर भविष्य नहीं, सरकार द्वारा सेना के लिए कोई सम्मान नहीं दिखाया गया’।
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