मुकेश खन्ना बोले- मुसलमानों की तरह हिंदू भी मंगलवार को हों इकट्ठे, बढ़ेगी ताकत

मुंबई। मुकेश खन्ना का इंस्टाग्राम पोस्ट सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं। उन्होंने हिंदुओं से एकजुट होने की अपील करते हुए कहा हिंदू धर्म के लोगों को हफ्ते में एक दिन मुस्लिमों और ईसाइयों की तरह इकट्ठा होना चाहिए, इससे उन्हें जुड़ने का मौका मिलेगा। मुकेश खन्ना ने यह भी कहा कि हिंदुओं को भी कट्टर बनना चाहिए और अपनी ताकत दिखानी चाहिए। हाल ही में हुए दंगों पर मुकेश खन्ना ने कहा कि ये प्री-प्लान्ड थे। साथ ही यह भी कहा कि राजनीति की वजह से ये दंगे किए जाते हैं क्योंकि नेताओं को वोट चाहिए।

मुकेश खन्ना ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था। इसके बाद एक वीडियो इंटरव्यू में भी बोले। उन्होंने पोस्ट में लिखा था, जुमे की नमाज है, संडे का मास है लेकिन हिंदुओं का क्या है? इनके पास कौन सा दिन है जहां पूरे देश के हिंदू एक साथ मिलकर एक समय पर कुछ कॉमन कर सकें। हिंदुओं में एकता की कमी है। यूनिटी नदारद है। और यही उनका सबसे बड़ा माइनस पॉइंट है। आज के माहौल में यह उन्हें मुसीबत में डाल सकता है।

सप्ताह में एक दिन इकट्ठे हों हिंदू
मैं चाहूंगा सप्ताह में एक दिन मुकर्रर किया जाए। एक टाइम फिक्स किया जाए। जहां और धर्मों के लोगों की तरह वो अपने-अपने इलाके में इकट्ठे हों और धर्म से रिलेटेड ऐक्टिविटी करें। ये उन्हें जुड़ने का मौका दे सकता है।

एक हैं मुस्लिम, बंट जाते हैं हिंदू
मुकेश खन्ना वीडियो इंटरव्यू में बोले, जब चाइना वॉर करता है तो लोग एक साथ आते हैं। हिंदू बंट जाते हैं, हरिजनों को अलग करते हैं वे जाकर क्रिस्चन बन जाते हैं। हिंदुओं को अपने ही राष्ट्र में अपना कोई एक दिन नहीं? पूरे देश के मुस्लिम एक ही दिन पर जुमे की नमाज पढ़ते हैं, मैं इसकी तारीफ करता हूं। मैंने सुना है कि दुनिया भर में 190 करोड़ मुस्लिम हैं। वे एक हैं और 100 करोड़ हिंदू बंट जाते हैं। मैंने धर्माचार्यों को कहा है कि सप्ताह का एक दिन चुनें। मंगलवार का दिन सजेस्ट किया। अपने परिवार को लेकर एक या आधा घंटा बैठिए। पूरे हिंदुस्तान में जब हिंदू ऐसे बैठेंगे तो उनकी ताकत वैसी ही दिखेगी जैसी मुस्लिमों की दिखती है।

वोट के लिए होते हैं दंगे
मुकेश खन्ना बोले, सबके पास काम है। इतनी बिजी जिंदगी में 1000 आदमी आना और गायब हो जाना साधारण बात नहीं है। दंगे प्रीप्लान्ड थे। उनके अंदर एकता है। हिंदुओं में नहीं है। वजह ये है कि वे लोग साथ में बैठते हैं। कोई धर्म हिंसा नहीं करना चाहता। राजनीतिक बहाव में किया जाता है। उनको वोट चाहिए। ममता बनर्जी बंगाल में किसको खुश करती हैं हमको दिखता है। उसको वोट चाहिए। मुकेश खन्ना बोले मैं एकता चाहता हूं। किसी धर्म को कम ज्यादा करने की बात नहीं है। मुसलमानों को लोग कट्टर बोलते हैं और हिंदू को सांप्रदायिक बोलने लगते हैं। मैं हिंदुओं से कहता हूं कि कट्टर बनिए लेकिन अपने धर्म के लिए, पर दूसरे धर्म को नीचे दिखाने के लिए नहीं। ईसाई भी एक कॉल पर आ जाएंगे, हिंदू कभी एक सीटी पर इकट्ठे नहीं होंगे।

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