साहिबाबाद। इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के कनावनी पुश्ता रोड पर गोली मारकर की गई शिवम की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। उसकी हत्या बचपन के दोस्त ने ही की थी। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त पिस्टल बरामद कर ली है।
क्षेत्राधिकारी अभय कुमार मिश्र ने बताया कि अतुल और शिवम दोनों कनावनी गांव में एक साथ रहते थे। दोनों कक्षा छह से अच्छे दोस्त थे। पढ़ाई-लिखाई पूरी करने के बाद दोनों ने एक साथ साझेदारी में फाइनेंस का काम शुरू किया था। ब्याज पर पैसे लेने वाले लोगों से संपर्क बनाए रखने के लिए दोनों ने मोबाइल की दुकान भी खोली थी लेकिन दो साल पूर्व शिवम ने आपस की साझेदारी को अचानक खत्म कर दिया। इसके बाद अतुल ने दूसरी जगह अपना अलग फाइनेंस का काम शुरू किया मगर वह उसमें सफल नहीं हुआ।
पूछताछ में अतुल ने बताया कि शिवम कई बार उससे गाली-गलौज और अभद्र व्यवहार करता था। वह आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण विरोध नहीं कर पाता था। फाइनेंस के काम में नुकसान होने और लगातार अभद्रता की वजह से अतुल ने उसकी हत्या की योजना तैयार की।
पुलिस अधीक्षक द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि अतुल ने 11 जून को शिवम के घर की रेकी की और शिवम के साथ शराब पीने की योजना बनाई। उसने शिवम को फोन कर हिडन बैराज पर बुलाया। शिवम अपनी वैगनआर कार लेकर पहुंच गया। दोनों शक्ति खंड स्थित माल से बीयर खरीदकर ले आए। दोनों ने कार में बैठकर बीयर पी और काफी देर तक एक दूसरे से बात करते रहे। शिवम अपने पास हमेशा हथियार रखता था। इसकी अतुल को पहले से जानकारी थी। इस दौरान अतुल ने कार के डैशबोर्ड से पिस्टल निकाल कर शिवम को दो गोली मार दी। एक गोली गाड़ी में लगी जबकि दूसरी गोली उसके सीने से घुसी और कंधे से निकलकर चालक वाली सीट में धंस गई। हत्या के बाद अतुल वहां से फरार हो गया।
शिवम की हत्या के बाद आरोपी अतुल ने पिस्टल को हिंडन नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने पूछताछ में जब उससे हथियार के बारे में पूछा तो वह काफी देर तक बरगलाता रहा। सख्ती के बाद उसने बताया तब इंदिरापुरम पुलिस ने मंगलवार को कई घंटे की मशक्कत के बाद नहर से पिस्टल बरामद की।
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