दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका पर अपना आदेश मंगलवार को सुरक्षित रख लिया। जैन को धन शोधन के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया है। विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने ईडी के साथ ही जैन की दलीलों को सुनने के बाद अपना आदेश सुरक्षित रख लिया। सुनवाई के दौरान ईडी ने अदालत के सामने कुछ ऐसे दावे किए, जिनको सुनकर हर कोई हैरान रह गया। ईडी ने ट्रायल कोर्ट को बताया कि सत्येंद्र जैन का कहना है कि कोरोना के कारण उनकी याददाश्त चली गई है।
अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस वी राजू ने अदालत को बताया कि जैन ने यह दावा तब किया जब उनके सामने हवाला लेनदेन से धन प्राप्त करने वाले ट्रस्टों की सदस्यता से संबंधित दस्तावेजों का सामना करना पड़ा। आप मंत्री की ईडी हिरासत पहले सोमवार 13 जून तक बढ़ा दी गई थी। जैन की जमानत पर सुनवाई मंगलवार 14 जून को होनी थी। पिछले हफ्ते राउज एवेन्यू कोर्ट में ईडी की ओर से पेश हुए एएसजी राजू ने कहा, ‘वह बहुत स्लो राइटर भी हैं, एक पेज लिखने में लगभग दो घंटे का समय लगता है। उनका बयान उनकी लिखावट में लिया जाना है अन्यथा वह कहते हैं ‘यह मेरा बयान नहीं है’।
ईडी ने किया था गिरफ्तार
दिल्ली के मंत्री को 30 मई को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने इस साल अप्रैल में आम आदमी पार्टी के मंत्री के परिवार से जुड़ी 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति को आय से अधिक संपत्ति के मामले में कुर्क किया था। ईडी ने भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत जैन और अन्य के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की दर्ज एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की थी।
18 जून को आएगा फैसला
वित्तीय जांच एजेंसी ने जैन से जुड़ी संपत्तियों से 2.82 करोड़ रुपये नकद और 1.8 किलोग्राम सोना बरामद किया था। आम आदमी पार्टी के मंत्री पर अपनी पत्नी, बेटियों, दोस्तों और सहयोगियों की मदद से हवाला लेनदेन के माध्यम से 16 करोड़ रुपये से अधिक के शोधन का आरोप लगाया गया है। एजेंसी ने धन शोधन रोकथाम कानून की आपराधिक धाराओं के तहत जैन को हिरासत में लिया था। वह अभी न्यायिक हिरासत में हैं।
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