गुरुग्राम। मशहूर संतूर वादक एवं पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित पंडित भजन सोपोरी का गुरुवार को गुरुग्राम के एक अस्पताल में निधन हो गया। बताया जा रहा है कि भजन सोपोरी ने गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में अंतिम सांस ली।
कश्मीर संभाग के श्रीनगर जिला के रहने वाले पंडित भजन सोपोरी का संबंध सूफियाना घराना से है। चूंकि इनके दादा और पिता संतूर वादन में निपुण थे यही वजह है कि उनकी विरासत को पंडित भजन सोपोरी ने आगे बढ़ाने का काम किया। पंडित भजन सोपोरी ने एक एलबम नट योग आन संतून बनाया। इतना ही नहीं पंडित भजन सोपोरी ने (सा, मा, पा) सोपोरी अकादमी फार म्यूजिक एंड परफार्मिंग आटर्स के संस्थापक भी हैं। इस अकादमी का मुख्य उद्देश्य शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देना है।
अगर पंडित भजन सोपोरी के अब तक के जीवनकाल में नजर दौड़ाई जाए तो यह भारत के एकमात्र शास्त्रीय संगीतार हैं जिन्होंने संस्कृत, अरबी, फारसी सहित देश की लगभग सभी भाषाओं में चार हजार से अधिक गीतों के लिए संगीत तैयार किया है।
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