बेंगलुरु। कर्नाटक में भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत पर एक शख्स ने काली स्याही फेंक दी। टिकैत के समर्थकों ने स्याही फेंकने वाले शख्स को पकड़ लिया। इसके बाद कार्यक्रम में जमकर हंगामा हुआ। घटना के बाद राकेश टिकैत ने कहा कि यह साजिश है और इसकी जांच होनी चाहिए।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत बेंगलुरु प्रेस क्लब के गांधी भवन में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस राकेश टिकैत ने निरस्त किए गए कानूनों के खिलाफ उनके एक स्टिंग ऑपरेशन के बारे में बताने के लिए बुलाई गई थी। इस स्टिंग में कर्नाटक के किसान नेता कोडिहल्ली चंद्रशेखर को पैसे मांगते हुए पकड़ा गया था। राकेश और युद्धवीर कहना है कि कि वे इसमें शामिल नहीं हैं और धोखेबाज किसान नेता कोडिहल्ली चंद्रशेखर के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
पत्रकारों और नेताओं के बीच सवाल-जवाब का दौर चल ही रहा था तभी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों पक्षों के बीच बहस शुरू हो गई। इसी बीच कुछ लोगों ने उन पर काली स्याही फेंक दी। इस दौरान जमकर मारपीट हुई। लोगों ने एक-दूसरे के ऊपर कुर्सियां भी फेंकी।
राकेश टिकैत का आरोप है कि उन्हें कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा नहीं उपलब्ध करवाई गई। उन्होंने कहा कि सरकार की मिलीभगत से यह हमला करवाया गया है। टिकैत के मुताबिक स्याही फेंकने और हंगामा करने वाले किसान नेता चंद्रशेखर के समर्थक थे। किसान सभा के अध्यक्ष अवनीश पवार ने कहा- जो भी हुआ उसकी जांच होनी चाहिए।
पहले भी फेंकी गई थी स्याही
राकेश टिकैत पर लगभग एक साल पहले भी स्याही फेंकी गई थी। अलवर जिले के तातरपुर चौराहे के पास उनकी गाड़ी स्वागत करने के बहाने से रुकवाई गई और उनपर हमला कर दिया गया। इसके बाद टिकैत पर स्याही भी फेंक दी गई थी। उनकी कार के शीशे तोड़ दिए गए थे। राकेश टिकैत ने भाजपा पर हमले का आरोप लगाया था।
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