तेहरवान। तेहरवान में रविवार को कुछ बंदूकधारियों ने ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कर्नल सयाद खोदाई की हत्या कर दी। अपने टॉप कमांडर की हत्या के बाद ईरान बुरी तरह भड़क गया और उसे ऐलान किया है कि वह इस हत्या का बदला जरूर लेगा।
स्थानीय मीडिया के अनुसार राजधानी तेहरान में रविवार को कर्नल सैयद खोदाई जब अपने घर के बाहर कार में सवार थे, उसी समय सशस्त्र हमलावरों ने गोलीमार कर उनकी हत्या कर दी। हमलावरों ने तेहरवान के बीचो-बीच हत्या की घटना को अंजाम दिया। यह 2020 के बाद से ईरान में सबसे बड़ा मामला है, जब एक सीनियर अधिकारी कासिम सुलेमानी की हत्या कर दी गई थी। कर्नल खोदाई कुलीन कुद्स फोर्स के एक वरिष्ठ सदस्य थे, जो रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की एक बाहरी शाखा है। कासिम सुलेमानी भी इसी फोर्स से ताल्लुक रखते थे।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने कहा कि मैंने अधिकारियों को इस मामले पर नजर बनाये रखने के लिए कहा है। हम हमने शहीद कर्नल के खून का बदला लेकर रहेंगे। इब्राहिम रायसी ने यह बातें ओमान दौरे पर जाने से पहले कही। ओमान में वह सुल्तान हैथम बिन तारिक से मुलाकात करेंगे।
उन्होंने कहा कि कर्नल खोदाई की शहादत सुरक्षा, स्वतंत्रता और राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने और ईरानी राष्ट्र के दुश्मनों का सामना करने के लिए रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के दृढ़ संकल्प को मजबूत करती है। वैश्विक उत्पीड़न और ज़ायोनीवाद से जुड़े ठगों और आतंकवादी समूहों को उनके कार्यों के परिणाम भुगतने होंगे।
ईरान की इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स का गठन 1979 में हुई ईरानी क्रांति के बाद हुआ था। इसके गठन का फ़ैसला ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्लाह ख़ामेनेई ने किया था।इसका मक़सद देश में इस्लामी व्यवस्था को क़ायम रखना और नियमित सेना के साथ मिलकर सत्ता का संतुलन बनाए रखना था।
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