कुणाल कामरा मामले में NCPCR ने ट्विटर अधिकारी को किया तलब

नई दिल्ली। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जर्मनी दौरे के समय बच्चे के गाए देशभक्ति गीत में छेड़छाड़ कर पैरोडी बनाकर पोस्ट करने के मामले में कॉमेडियन कुणाल कामरा के खिलाफ कार्रवाई रिपोर्ट दाखिल नहीं करने पर ट्विटर को समन जारी किया है। यह वीडियो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महीने जर्मनी यात्रा के दौरान उनके लिए देशभक्ति का गीत गाते एक लड़के से जुड़ा है।

एनसीपीसीआर ने पांच मई को ”छेड़छाड़” कर तैयार वीडियो ट्वीट करने के लिए कामरा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। एनसीपीसीआर ने अब निदेशक, ट्विटर कम्युनिकेशंस इंडिया को की गई कार्रवाई रिपोर्ट के विवरण के साथ बुधवार को पेश होने को कहा है। एनसीपीसीआर ने मंगलवार को भेजे पत्र में कहा है, ”इस संबंध में एक पत्र आपके कार्यालय को पांच मई को भेजा गया था जिसमें सात दिनों के भीतर या पत्र प्राप्त होने पर तत्काल शिकायत के संबंध में कार्रवाई की रिपोर्ट (एटीआर) देने को कहा गया हालांकि, आयोग को अभी तक ऐसा कोई जवाब नहीं मिला है।”

ये था पूरा मामला
कामरा ने जर्मनी में मोदी की बच्चे से बातचीत का वीडियो साझा किया था, लेकिन उन्होंने प्रधानमंत्री के समक्ष बच्चे के गाए गीत ‘हे जन्मभूमि भारत’ की जगह ‘महंगाई डायन खाय जात है’ गीत का इस्तेमाल किया। इस मामले में बच्चे के पिता ने कामरा पर निशाना साधते हुए कहा कि बेचारे बच्चे को अपनी गंदी राजनीति से दूर रखें और अपने खराब चुटकुलों को दुरुस्त करें।

वहीं राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कहा था कि राजनीतिक विचाराधाराओं को आगे बढ़ाने के लिए नाबालिगों का इस्तेमाल करना किशोर न्याय अधिनियम, 2015 व सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 के प्रावधानों का उल्लंघन है। साथ ही आयोग ने कहा था कि इस तरह के प्रचार वाले उद्देश्य से बच्चों का इस्तेमाल करना नुकसानदेह है और उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

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