गाजियाबाद। स्कूल बस के टूटे शीशे से 8वीं कक्षा का छात्र घायल हो गया। घायल छात्र के हाथ में 30 टांके आए हैं। परिजनों का आरोप है कि 12 मई को हुई घटना के संबंध में उन्होंने तहरीर दी थी लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। मंगलवार को भी परिजनों ने मोदीनगर थाने पर प्रदर्शन कर बस चालक व स्कूल प्रबंधक के खिलाफ कार्रवाई की की। पुलिस का कहना है कि जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
सीकरी रोड मोदीनगर निवासी बिट्टू चौधरी एसआरएम यूनिवर्सिटी में नौकरी करते हैं। उन्होंने बताया कि उनका 13 वर्षीय बेटा रौनक चौधरी सीकरी कलां स्थित मार्डन एकेडमी स्कूल में 8वीं कक्षा का छात्र है। 12 मई को उनका बेटा छुट्टी होने के बाद स्कूल बस से घर लौट रहा था। बस में वह खिड़की की तरफ बैठा हुआ था। खिड़की का आधा शीशा पहले से टूटा हुआ था। इसी दौरान टूटा शीशा उसके हाथ में जा घुसा। जिससे छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। अस्पताल ले जाने पर उसे 30 टांके आए हैं।
परिजनों ने 12 मई को ही तहरीर दे दी। अब पांच दिन बीतने के बाद भी जब मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो स्वजन भड़क गए। मंगलवार को परिजनों ने थाने पर प्रदर्शन कर स्कूल प्रबंधन और बस चालक पर कार्रवाई की मांग की।
बिट्टू चौधरी का कहना है कि स्कूल के प्रधानाचार्य को उन्होंने पूरे मामले से अवगत कराया। लेकिन स्कूल प्रबंधन ने भी घटना से पल्ला झाड़ लिया। प्रबंधन से जुड़े लोगों ने कहा कि घटना में उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है। वहीं शीशा घुसने से उनका बेटा बुरी तरह लहूलुहान हो गया था। इसके बावजूद बस चालक उसे अस्पताल ले जाने की बजाय घर के पास उतारकर चला गया।
20 अप्रैल को हुई थी छात्र की मौत
इससे पहले 20 अप्रैल को मोदीनगर में दयावती मोदी पब्लिक स्कूल के चौथी कक्षा के छात्र अनुराग भारद्वाज की मौत हो चुकी है। उसने अपना सिर खिड़की से बाहर निकाला। इसी दौरान बच्चे का सिर वहां लगे लोहे के गेट में टकरा गया।
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