गुरुग्राम। साइबर ठगी का एक नया तरीका सामने आया है, जिसमें बकाया बिजली बिल के फर्जी एसएमएस भेजकर उपभोक्ताओं को ठगने की कोशिश हो रही है। हरियाणा पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी कर राज्य के लोगों को अलर्ट करते हुए ठगी के इस नए तरीके के बारे में बताया। पुलिस ने कहा है कि बिजली के बकाया बिलों के संबंध में साइबर जालसाजों द्वारा भेजे गए संदेशों के जवाब में कोई भी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
पुलिस ने रविवार को जारी की गई एडवाइजरी में बताया कि साइबर जालसाज लोगों के फोन नंबरों पर टेक्स्ट मैसेज भेजते हैं, जिसमें कहा जाता है कि आपकी बिजली काट दी जाएगी क्योंकि आपके पिछले महीने का बिल अपडेट नहीं हुआ है और दिए गए नंबर से संपर्क करने के लिए कहा जाता है।
एक बार उपभोक्ता ने दिए गए नंबर पर संपर्क किया तो वह उनके जाल में फंस जाता है। उसे पिछले बिजली बिलों के भुगतानों को वैरिफाई करने के उद्देश्य से बैंक खाते की डिटेल शेयर करने के लिए मनाने की कोशिश की जाती है और साथ ही उनके मोबाइल फोन में एनीडेस्क, टीम व्यूअर जैसे रिमोट एक्सेस एप्लिकेशन इंस्टॉल करने के लिए भी कहा जाता है। जैसे ही कोई व्यक्ति इन जालसाजों द्वारा दिए गए निर्देश का पालन करके जानकारी शेयर करता है, तो साबइर ठगी करने के लिए पीड़ित का बैंक खाता जालसाज के नियंत्रण में आ जाता है।
पुलिस ने लोगों से बेहद सतर्क रहने का सुझाव देते हुए अनुरोध किया है कि वे बकाया बिजली बिलों के संबंध में एसएसएस के जरिये उन्हें कनेक्शन काटने संबंधी भेजे जा रहे फर्जी संदेशों पर अपनी कोई व्यक्तिगत जानकारी या फोन नंबर तब तक साझा न करें जब तक कि वे सुनिश्चित न हों कि उनसे संपर्क करने वाला व्यक्ति बिजली कंपनी का अधिकृत कर्मचारी है। अगर कोई व्यक्ति इस तरह की ठगी की घटना का शिकार होता है, तो ऐसी किसी भी घटना की सूचना तुरंत नजदीकी पुलिस थाने में दी जानी चाहिए।
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