नई दिल्ली। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति एवं अबू धाबी के शासक शेख खलीफा बिन जायद अल नाह्यान (Sheikh Khalifa bin Zayed) का शुक्रवार को निधन हो गया। वह 73 साल के थे।
समाचार एजेंसी ‘डब्ल्यूएएम’ ने कहा, ‘राष्ट्रपति से जुड़े मामलों का मंत्रालय यूएई के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाह्यान के निधन पर यूएई, अरब जगत, इस्लामी राष्ट्र और दुनियाभर के लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करता है।’ शेख खलीफा तीन नवंबर 2004 से यूएई के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक के रूप में सेवाएं दे रहे थे।
भारत सरकार ने संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक हिज हाइनेस शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के सम्मान में 14 मई 2022 को एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है, जिनका 13 मई को निधन हो गया। शेख खलीफा के सम्मान में शनिवार को भारत का झंडा आधा झुका रहेगा और उस दिन कोई आधिकारिक मनोरंजन नहीं होगा।भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद और भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी हिज हाइनेस शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर शोक व्यक्त किया है। UAE के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद का निधन, पीएम मोदी बोले- मुझे गहरा दुख हुआ, वे दूरदर्शी नेता थे
‘खलीज टाइम्स’ के मुताबिक, राष्ट्रपति से जुड़े मामलों के मंत्रालय ने शेख खलीफा के निधन पर 40 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सभी मंत्रालय, विभाग, संघीय व स्थानीय संस्थान शुक्रवार से काम करना बंद कर देंगे।शेख खलीफा ने अपने पिता मरहूम शेख जायद बिन सुल्तान अल नाह्यान की जगह ली थी, जिन्होंने 1971 में अमीरात के अस्तित्व में आने के बाद दो नवंबर 2004 को अपने निधन तक यूएई के पहले राष्ट्रपति के रूप में सेवाएं दी थीं।
1948 में जन्मे शेख खलीफा यूएई के दूसरे राष्ट्रपति और अबू धाबी अमीरात के 16वें शासक थे। वह शेख जायद के सबसे बड़े बेटे थे। यूएई का राष्ट्रपति बनने के बाद शेख खलीफा ने संघीय सरकार और अबू धाबी की सरकार के पुनर्गठन में बड़ी भूमिका निभाई थी। उनके शासन में यूएई ने विकास की नयी ऊंचाइयां भी छुईं।
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