गाजियाबाद। सोने के आनलाइन कारोबार में निवेश कर 20 दिनों में पैसा दोगुना करने का झांसा देकर हजारों लोगों से करीब 100 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। झांसा देने के लिए डॉट गोल्ड नाम से एप बना रखा था।
पुलिस को इस गिरोह की जानकारी मधुबन बापूधाम निवासी सेवानिवृत्त अभियंता दीपेंद्र कुमार सिंघल के साथ 21.81 लाख की ठगी होने पर हुई। उन्होंने डॉट गोल्ड एप डाउनलोड कर दोगुनी मिलने के लालच में 16 बार में यह रकम जमा कराई। इसके बाद उनकी एप आईडी बंद करा दी गई तो उन्हें ठगी का पता चला। साइबर सेल के नोडल अधिकारी एवं सीओ इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्र ने बताया कि छानबीन के बाद पुलिस ने उन्नाव आरोपी सीतापुर निवासी दो भाई विवेक टंडन, विपल टंडन और उन्नाव निवासी अभिषेक रामदुलारे अग्निहोत्री को गिरफ्तार कर लिया। ठगी के लिए सात साल से तीनों महाराष्ट्र में रह रहे थे। मध्य प्रदेश का निवासी आशीष गिरोह का सरगना है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि आरोपी बल्क में लोगों को डाट गोल्ड नाम की ट्रेडिग एप का लिक भेजते थे और जो झांसे में आ जाते थे, उनके मोबाइल में एप को डाउनलोड कराकर सोने की ट्रेडिग करने पर मोटे मुनाफे का लालच देते थे। वह उनसे फर्जी नाम से खोले गए बैंक खातों में रकम ट्रांसफर करा लेते थे। आरोपित फर्जी नाम व पते पर बनवाए गए आधार कार्ड से बैंक खाते खुलवाते थे। अब तक जांच की जद में आए बैंक खातों में करीब 50 करोड़ रुपये की ट्रांजेक्शन मिली है। बैंक खातों में मिले 80 लाख रुपये पुलिस ने फ्रीज करा दिए हैं। आरोपित ठगी की रकम से बिटकाइन खरीदते थे।
साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि पकड़े गए दोनों सगे भाइयों को छत्तीसगढ़ पुलिस ने 2018 में धोखाधड़ी करने के मामले में जेल भेजा था। वहां से छुटने के बाद ये फिर से गिरोह बनाकर ठगी करने लगे। यह अंतर्राज्यीय गिरोह महाराष्ट्र, तेलंगाना समेत अन्य शहरों में लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। तीनों 20 प्रतिशत कमीशन के आधार पर काम करते हैं। 40 फीसदी सरगना अपने पास रखता था। बैंक में खाते खुलवाने से लेकर लोगों को लिंक भेजने तक का काम सदस्य करते हैं। सरगना डाटा उपलब्ध कराता है।
सात साल से कर रहे ठगी
यह गिरोह 2015 से ठगी कर रहा है। सोने में निवेश के नाम पर ठगी 2018 से शुरू की। शातिर अपराधी ठगी की रकम से बिटकॉइन खरीदते थे। पुलिस ने इनके पांच बैंक खातों में जमा 80 लाख रुपये फ्रीज कराए हैं। इनके पास से 10 डेबिट व क्रेडिट कार्ड, दो पैन कार्ड, तीन आधार कार्ड, तीन मोबाइल, एक वोटर आईडी कार्ड, एक आरसी, एक डीएल, पांच हजार की नकदी और एक कार बरामद की है।
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