गाजियाबाद। गाजियाबाद कचहरी में मंगलवार को अधिवक्ताओं ने भोजपुर थाने पर तैनात एक दरोगा की पिटाई कर दी। जैसे-जैसे जान बचाकर दरोगा पुलिस चौकी के अंदर बंद हो गया। मामले की सूचना मिलने पर एसपी सिटी निपुण अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। दरोगा के माफी मांगने के बाद बार अध्यक्ष और सचिव ने दोनों पक्षो में समझौता करा दिया।
मंगलवार दोपहर इंस्पेक्टर सौरभ राठौर कोर्ट में किसी काम से आए थे। रास्ते में कुछ वकीलों ने उसे पकड़ लिया और जमकर पिटाई की। घटनास्थल कचहरी पुलिस चौकी के नजदीक का था। वहां अन्य पुलिसकर्मी पहुंच गए। उन्होंने साथी दरोगा को बचाया और पुलिस चौकी के अंदर ले जाकर बंद कर दिया। इसके बाद सैकड़ों वकील पुलिस चौकी के बाहर इकट्ठा हो गए। वे दरोगा को बाहर निकालने की मांग कर रहे थे। मामला बिगड़ता देख अफसरों को सूचना दी गई।
इसके बाद एसपी सिटी निपुण अग्रवाल तीन थानों का फोर्स लेकर मौके पर आए। उन्होंने वकीलों को समझाने का प्रयास किया। इस दौरान दोनों पक्षों में नोकझोंक भी हुई। एसपी सिटी ने बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों से भी बातचीत की।
एक दिन पहले दरोगा ने जड़ा था थप्पड
बार अध्यक्ष योगेंद्र कौशिक ने बताया कि 27 अप्रैल को अधिवक्ता राकेश शर्मा और विजय अपने साथियों के साथ हापुड़ से एक शादी समारोह से मोदीनगर वापस जा रहे थे। पुलिस भोजपुर में चेकिंग कर रही थी। रास्ते में दरोगा ने परिचय देने के बावजूद दोनों वकीलों से अभद्रता की और भुगत लेने की धमकी दी। दोनो में बहस हो जाने पर पुलिसवाले ने अधिवक्ता विजय को थप्पड़ जड़ दिया था।
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