गाजियाबाद। केंद्र सरकार के एक अनुसचिव ने अपनी इकलौती बेटी के लव जिहाद का शिकार होने की आशंका जताई है। गैर हिंदू युवक पर बेटी से धोखाधड़ी कर शादी करने का आरोप लगाते हुए नगर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप है कि शादी कराने वाली दो संस्थाएं भी इस साजिश में शामिल हैं। पुलिस ने संस्थाओं के पदाधिकारियों से जवाब तलब किया है।
आईएएस अधिकारी के. सारंगी के मुताबिक उनकी बेटी 2016 में यूक्रेन से एमबीबीएस कर लौटी थी। आगे की पढ़ाई के लिए कोचिंग के साथ इंटर्नशिप करने लगी। कुछ दिन बाद बेटी को जली हालत में अस्पताल में भर्ती कराने की सूचना मिली। वह पहुंचीं तो अब्दुल रहमान नामक व्यक्ति बेटी के पास मिला। तीन माह तक सर्जरी के बाद वह बेटी को साथ ले गईं। उसने कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए नवंबर 2018 में मंदिर में शादी रचाकर इसका पंजीकरण भी कराया। शादी के बाद से अब्दुल रहमान और हर्ष भारती नोएडा में रह रहे हैं। एफआईआर में अब्दुल रहमान, वैदिक हिंदू सभा, गाजियाबाद के पदाधिकारी, आर्य समाज मंदिर ट्रस्ट, दिल्ली के पदाधिकारी नामजद हैं।
पीड़ित मां के मुताबिक अब्दुल यूनानी चिकित्सा का कोर्स कर रहा था और बेटी से परिचय नहीं था। उन्होंने बेटी को दवा देकर वश (हिप्नोटाइज) में करने का आरोप लगाया। अब्दुल के पीएफआइ (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया) से जुड़े होने का आरोप लगाते हुए कहा कि बेटी कभी भी लव जिहाद का शिकार हो सकती है, क्योंकि वह उन्हें धमकी भी देता है। अनुसचिव ने मैरिज रजिस्ट्रार पंचम पर भी आरोप लगाया है। नोएडा पुलिस के सुनवाई न करने पर उन्होंने दिल्ली पुलिस से गुहार लगाई थी, जहां से शिकायत को गाजियाबाद ट्रांसफर किया गया था।
के सारंगी ने एफआईआर में कहा, लव जिहाद की इस साजिश में सिर्फ उनकी बेटी नहीं, और भी लड़कियां फंसी हैं। पुलिस से गुहार है कि इस केस में कड़ी कार्रवाई करे ताकि अन्य लड़कियां सुरक्षित माहौल में रह सकें। पुलिस के मुताबिक धोखाधड़ी के इस मामले में नामजद दोनों संस्थाओं के पदाधिकारियों से पूछताछ की जाएगी। उन्हें बुलाया गया है। उनसे पूछा जाएगा कि अलग-अलग धर्म के युवक-युवती की शादी का प्रमाणपत्र किस आधार पर जारी किया गया।
सीओ कोतवाली स्वतंत्र सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर धोखाधड़ी में केस दर्ज कर लिया है। विवेचना में जो तथ्य प्रकाश में आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे।
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