रांची। धार्मिक स्थलों से लाउस्पीकर हटाने और हनुमान चालीसा को लेकर चल रहे विवाद के बीच सियासी सरगर्मी जोरों पर है वहीं इस बीच झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन का भड़काऊ बयान सामने आया है।
हफीजुल हसन ने केंद्र सरकार पर धर्म विशेष के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर आप 80 फीसदी हो तो हम भी 20 फीसदी हैं। अगर परेशान किया तो 80 फीसदी हिंदुओं के दरवाजे भी बंद होगे।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा-‘सबको पता है कि जो हो रहा है, धर्म विशेष के खिलाफ केंद्र सरकार के द्वारा किया जा रहा है उससे सबको नुकसान है। अगर हम 20 परसेंट हैं तो आप 80 परसेंट या 70 परसेंट हैं। अगर मेरा 20 घर बंद होगा तो आपका 70 घर तो बंद होगा। तो ये चीज सबको समझ में आ गया है।’
हफीजुल हसन इससे पहले भी वे विवादास्पद बयानों के चलते सुर्खियों में रहे हैं। जब मोदी सरकार ने लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने का फैसला किया तब उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने की बजाय उनकी शादी की उम्र कम करनी चाहिए।
इसके पीछे उन्होंने यह दलील दी थी कि लड़कियों का शारीरिक विकास लड़कों की अपेक्षा अधिक तेजी से होता है। इसे देखते हुए शादी की उम्र घटाकर 16 साल कर देना चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी कहा की शादी की आयु कम न हो तो कम से कम इसे 18 साल ही रहने दिया जाए।
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