लखनऊ। भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉरलेंस की नीति को लेकर आगे चल रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार की तरफ से बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की गई है। पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने को लेकर माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय पांडेय को निलंबित कर दिया गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को उन्हें सस्पेंड कर दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक ट्वीट में कहा गया है,- ‘पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की एक और सख्त कार्रवाई। तत्कालीन शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) निलंबित।’ इसके साथ ही कहा गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पदीय दायित्वों का सम्यक निर्वहन न करने, शासकीय कार्यों के प्रति लापरवाही और उदासीनता बरतने और शासन स्तर के निर्देशों का अनुपालन न किए जाने के लिए प्रथमदृष्टया दोषी पाए गए तत्कालीन शिक्षा निदेशक (माध्यमिक), संप्रति निदेशक, साक्षरता वैकल्पिक शिक्षा, उर्दू एवं प्राच्य भाषाएं उत्तर प्रदेश को निलंबित करने का आदेश दिया है।
विनय पांडे को 21 अप्रैल को माध्यमिक शिक्षा निदेशक के पद से हटा दिया गया था और उन्हें साक्षरता वैकल्पिक शिक्षा, उर्दू और प्राच्य भाषाओं के निदेशक के रूप में तैनात किया गया था।
पेपर लीक के बाद 24 जिलों में रद्द करनी पड़ी थी परीक्षा
पिछले महीने बलिया में 12 वीं अंग्रजी का पर्चा लीक होने के बाद उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को 24 जिलों में यह परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (नेशनल सिक्योरिटी एक्ट-एनएसए) के तहत कार्रवाई करने का आदेश दिया था। रद्द की गई परीक्षा 13 अप्रैल को कराई जा चुकी है।