गाजियाबाद। लोनी से विधायक नंद किशोर ने सोमवार को HDFC बैंक के एक ब्रांच पर ताला लगा दिया। इतना ही नहीं, विधायक बैंक की चाभी भी अपने साथ ले गए। आरोप है कि बैंक कर्मचारी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की जन कल्याणकारी योजना के लाभार्थियों से 10 हजार रुपये के लोन के लिए 2 हजार रिश्वत मांग रहे थे।
सोमवार दोपहर करीब तीन बजे स्थानीय विधायक नंद किशोर गुर्जर ट्रॉनिका सिटी स्थित एचडीएफसी बैंक पहुंचे। उन्होने बैंक स्टाफ से पूछा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत आपकी बैंक शाखा ने अब तक कितने लोगों को 10-10 हजार रुपये का ऋण स्वीकृत किया है। इस पर बैंक कर्मियों ने बताया कि एक व्यक्ति का ऋण स्वीकृत किया गया है।
दावा यह भी है कि विधायक ने बैंक मैनेजर से पूछताछ की और पोर्टल पर आए 191 फॉर्म में से सिर्फ एक फॉर्म पर दो हजार की रिश्वत लेकर लोन दिया गया है। इसे लेकर जब मैनेजर द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो उन्होंने प्रधानमंत्री की स्वनिधि जन कल्याणकारी योजना को पलीता लगाने का आरोप लगाते हुए बैंक के स्टाफ को बाहर निकालकर बैंक का शटर बंद कर ताला जड़ दिया। विधायक की इस कार्रवाई से बैंक कर्मियों और वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। हालांकि, कुछ देर बाद ही ताला खोल दिया गया।
तीन हजार आवेदन रद कर चुका है बैंक
दरअसल प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना केंद्र सरकार ने एक जून, 2020 को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना लांच की थी। यह योजना आवास और शहरी मंत्रालय द्वारा रेहड़ी-पटरी वालों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने से संबंधित है। इस योजना को दूसरा नाम प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि दिया गया है। इसके तहत रेहड़ी-पटरी वालों को 10 हजार रुपए का कर्ज दिया जाता है। ताकि वह अपना काम-धंधा शुरू कर सकें।
यह कर्ज एक साल के भीतर चुकाना होता है। इस कर्ज को लेने के लिए कोई सिक्योरिटी या गारंटर की जरूरत नहीं होती है। बैंक में सिर्फ आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र जमा करना होता है। वहीं HDFC बैंक ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तीन हजार से ज्यादा आवेदन पत्र निरस्त कर दिए हैं। 30 मार्च को गाजियाबाद के डीएम राकेश कुमार सिंह ने इस पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिया था कि HDFC बैंक में जमा पैसे को तुरंत अन्य किसी सरकारी बैंक में ट्रांसफर कराएं।
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