गाजियाबाद। सिहानी गेट थानाक्षेत्र के नेहरू नगर सेकेंड में रहने वाली हरियणा कैडर की आईएएस अधिकारी रानी नागर ने अपनी हत्या की आशंका जताई है। इस संबंध में उन्होंने शनिवार को अपने फेसबुक पेज पर कारतूस और ताबीज का फोटो शेयर करते हुए पोस्ट भी डाली है।
मूल रूप से गौतमबुद्धनगर के बादलपुर की रहने रानी नागर हरियाणा के सीआरआई विभाग में अतिरिक्त सचिव के पद पर तैनात हैं। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में ताबीज और कारतूस का फोटो शेयर किया है। उनका कहना है कि यह दोनों चीजें उन्हें डराने के इरादे से उनके घर के सामने रखी गई हैं। रानी नागर 22 जून तक अवकाश के चलते गाजियाबाद स्थित अपने पिता के आवास पर रह रही हैं।
रानी नागर ने फेसबुक अपनी पोस्ट में लिखा है, ”मैं मार्च 2022 के अंत से II-A-220 नेहरू नगर गाजियाबाद उत्तर प्रदेश 201001 में अपने पिता के घर पर रह रही हूं। इन सामानों को इस मकान II-ए-220 नेहरू नगर गाजियाबाद उत्तर प्रदेश 201001 में मेरे कमरे में रखा गया है ताकि नाजायज दबाव के आगे न झुकने पर मुझे जान से मारने की धमकी दी जा सके। मैं, रानी नागर आईएएस, हरियाणा सरकार के अतिरिक्त सचिव, सीआरआई विभाग आज 23 अप्रैल 2022 को सुबह 08.09 बजे भारत के संविधान के अनुसार ईश्वर की शपथ लेकर यह बयान दर्ज करती हूं। यदि निकट भविष्य में अपराधियों द्वारा मेरी हत्या कर दी जाती है तो शपथ के इस कथन को वैध साक्ष्य के रूप में स्वीकार किया जाएगा।”
सुर्खियों में रही हैं रागिनी नागर
रानी ने जून 2018 में पशुपालन विभाग में अतिरिक्त सचिव रहते मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी सुनील गुलाटी पर उत्पीड़न के आरोप लगाए थे, जिसे लेकर वो सुर्खियों में आई थीं। आरोप था कि ये अधिकारी उनके साथ ‘दोहरे अर्थ’ वाले शब्दों में बात करते हैं। मामला हरियाणा सीएम तक पहुंचा था। हालांकि गुलाटी इन आरोपों को नकार चुके हैं। रानी नागर एक कैब ड्राइवर पर भी बदतमीजी का आरोप लगा चुकीं हैं।
बता दें कि हरियाणा सरकार पर तमाम आरोप लगाते हुए 4 मई 2020 को रानी नागर ने इस्तीफा दे दिया था, हालांकि बाद में उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया था। उन्होंने हरियाणा में एसडीएम रहते हुए भी अपनी हत्या की आशंका जताई थी।
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