गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के सीएम गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद गोरखपुर में नाथ संप्रदाय की सिद्ध पीठ श्रीगोरखनाथ मंदिर परिसर, श्री मानसरोवर मंदिर परिसर एवं श्री मंगला देवी मंदिर परिसर के लाउडस्पीकर की आवाज भी धीमी कर दी गई है। वहीं, शुक्रवार को पुराना गोरखपुर स्थित जामा मस्जिद, मस्जिद बेलाल मैदान वाली पुराना गोरखपुर एवं घंटाघर स्थित जामा मस्जिद समेत कई अन्य मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर की आवाज धीमी कर दी गई।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोई भी शोभायात्रा एवं धार्मिक जुलूस बिना प्रशासनिक अनुमति के न निकाले जाएं। इस संबंध में आयोजकों से पूर्व में ही शांति व सौहार्द बनाए रखने के लिए शपथ-पत्र लिया जाए। प्रत्येक स्तर पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जवाबदेही तय की जाए। सीएम योगी ने कहा था कि सभी लोगों को अपनी धार्मिक विचारधारा के अनुसार अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है। योगी सरकार द्वारा लाउडस्पीकर पर तेज आवाज में बजने वाले संगीत पर रोक लगाने के लिए निर्देश जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद गोरखनाथ पीठ के महंत हैं। उनके आदेश के बाद गोरखनाथ मंदिर प्रबंधन ने तत्काल कदम उठाए। मंदिर के कार्यालय सचिव द्वारिका तिवारी कहते हैं कि सीएम का आदेश आया है। जिसमें धार्मिक स्थलों मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारा कहीं पर भी लाउडस्पीकर की आवाज को कम करने को कहा गया है। मंदिर में भी इस आदेश का पालन किया जा रहा है। मंदिर में जो दर्शनार्थी आ रहे हैं, वो उन मंत्रोच्चार सुन सकते हैं। इस आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
वहीं पुराना गोरखपुर जामा मस्जिद गोरखनाथ मस्जिद के मुतवल्ली एवं सचिव निहाल अहमद ने बताया कि आठ लाउड स्पीकर लगे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्णय का स्वागत करते हुए शुक्रवार की सुबह उनकी आवाज काफी धीमी कर दी गई।
उधर उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी के चेयरमैन चौधरी कैफुलवरा के घर के निकट स्थित बेलाल मस्जिद के जिम्मेदार चौधरी खैरुलवरा कहते हैं कि मस्जिद पर लगे चार लाउडस्पीकरों की आवाज शुक्रवार को कम कर दी गई। इसी तरह घंटाघर स्थित जामा मस्जिद के लाउडस्पीकर की आवाज भी कम ली गई है। चौधरी कैफुलवरा कहते है कि सभी स्वफूर्त ढंग से यह कदम उठा रहे हैं।
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