गाजियाबाद। मोदीनगर में स्कूल बस से सिर निकालने पर छात्र अनुराग की मौत के मामले में लापरवाही सामने आने पर शासन ने क्षेत्रीय निरीक्षक (आरआई) को निलंबित कर दिया है। वह वर्तमान में कानपुर में तैनात हैं। साथ ही दो एआरटीओ को भी निलम्बित किया गया है।
गाजियाबाद के कस्बा मोदीनगर में 20 अप्रैल को दयावती मोदी पब्लिक स्कूल की बस में सवार छात्र अनुराग भारद्वाज (10) की मौत हो गई थी। इस मामले में आरोपी बस चालक ओमवीर और क्लीनर जगवीर को बृहस्पतिवार को जेल भेज दिया गया। ओमवीर के साथ बुधवार को हिरासत में लिए गए दयावती मोदी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य नेत्रपाल को पुलिस ने थाने से ही छोड़ दिया। पुलिस अफसरों का कहना है कि प्रधानाचार्य और प्रबंधन के अधिकारियों खिलाफ क्ष्य मिलने पर ही कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री कार्यालय से गुरुवार रात इस मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। एआरटीओ (प्रशासन) विश्वजीत सिंह, एआरटीओ (प्रवर्तन) सतीश कुमार और आरआई प्रेम सिंह को सस्पेंड करने की सूचना है। प्रेम सिंह फिलहाल कानपुर आरटीओ कार्यालय में तैनात है। करीब पांच महीने पहले ही उनका गाजियाबाद से कानपुर ट्रांसफर हुआ था। प्रेम सिंह के कार्यकाल में ही यह बस ब्लैक लिस्टेड हुई, जिसको सीज तक नहीं किया गया।
प्रशासन की शुरुआती जांच में पता चला कि बस का फिटनेस नहीं था। प्रदूषण प्रमाण पत्र की वैधता भी खत्म हो चुकी थी। अक्तूबर-2021 में इस बस को ब्लैक लिस्टेड किया जा चुका था फिर भी यह सड़क पर दौड़ रही थी। हालांकि चारों तरफ से सवाल उठने पर गाजियाबाद के परिवहन अफसरों ने यह कहकर पल्ला झाड़ने का प्रयास किया था कि वे स्कूली बस संचालक को 2 बार नोटिस दे चुके थे।
166 स्कूलों की 756 बसों का फिटनेस खत्म
शासन से कार्रवाई होते ही गाजियाबाद के परिवहन महकमे में हड़कंप मच गया है। आरटीओ कार्यालय ने कार्रवाई करते हुए गाजियाबाद में 19 स्कूली बसों को सीज किया है और 8 बसों के चालान काटे हैं। आरटीओ कार्यालय के अनुसार, जनपद के 166 स्कूलों की 756 बसों का फिटनेस खत्म हो चुका है।
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