बीजेपी अध्यक्ष नड्डा बोले- भगवा का मतलब भाजपा नहीं, यति नरसिंहानंद जैसे लोगों को नहीं देते बढ़ावा

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा है कि भगवा का मतलब बीजेपी नहीं है और बीजेपी यति नरसिंहानंद जैसे लोगों को मान्यता नहीं देती है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस तरह की हरकतें करते हैं और हम इसे सही नहीं मानते हैं।

समाचार चैनल टाइम्स नाउ से बातचीत में नड्डा ने कहा कि बीजेपी का मतलब सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास है और पार्टी इसी को लेकर आगे चल रही है। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा- देश के युवाओं को रोजगार के अवसर चाहिए ना कि किसी तरह की बाधा चाहिए। युवाओं को विकास चाहिए ना कि बंटवारा चाहिए। हर धर्म, हर उम्र वर्ग के लोग मिलकर गरीबी के खिलाफ लड़ रहे हैं ताकि भारत को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया जा सके। विपक्ष पर हमला बोलते हुए जेपी नड्डा ने कहा- जिन लोगों को विभाजन की राजनीति करनी है उन्हें पांच राज्यों में हुए चुनाव परिणामों से सीख लेनी चाहिए।

बीजेपी पर सांप्रदायिक हिंसा का आरोप लगाने वाले विपक्ष को जवाब देते हुए जेपी नड्डा ने ‘जब एक पेड़ गिरता है…’ बोलकर 1984 के दंगों का जिक्र किया। उन्होंने कहा 1966 में गौवंश का कत्ल रोकने के लिए साधू पार्लियामेंट हाउस के बाहर धरना दे रहे थे जिनपर गोलियां चलवाई गई। ये इंदिरा गांधी का कार्यकाल था। इसके अलावा उन्होंने 1969 में हुए गुजरात दंगे, 1980 में मुरादाबाद में हुए दंगे, 1984 भिवानी, 1989 भागलपुर दंगों के जरिए विपक्ष पर हमला बोला।

नड्डा ने कहा कि भारत का विकास एक अहम पड़ाव पर है और इसकी अर्थव्यवस्था को ‘खुली और पारदर्शी’ के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए सुधारों से ‘आर्थिक समृद्धि’ बढ़ी है और तेजी से गरीबी मिट रही है। उन्होंने कहा कि देश जब 2047 में अपनी आजादी की 100वीं वर्षगांठ मनाएगा, तब वह कैसा होगा, इसके बारे में सोचने और योजना बनाने का यह अवसर है।

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