पटना। रामनवमी और हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर देश में कई स्थानों परशोभायात्रा पर पथराव से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भड़क उठे हैं। उन्होंने कहा कि ये हमले देश की ‘गंगा जमुनी तहजीब’ के दावों के विपरीत है। उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में यह भी कहा कि अब सब्र टूट रहा है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सोमवार देर रात बिहार में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भारत में रामनवमी जुलूस और हनुमान जयंती नहीं मनाई जाए तो क्या ये बांग्लादेश, अफगानिस्तान, पाकिस्तान या अन्य देशों में मनाएं? उन्होंने कहा कि इस देश में नहीं तो रामनवमी का जुलूस कहां निकाला जाए? पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में? केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि देश भर में कई स्थानों पर रामनवमी के जुलूसों पर हुए हालिया हमले “गंगा जमुनी तहज़ीब के दावों” (भारत की समग्र संस्कृति) के विपरीत हैं।
बीजेपी नेता ने कहा कि आजादी के बाद नई मस्जिदों के निर्माण देश में हुए। देश में “मुसलमानों की आबादी में कई गुना वृद्धि” हुई लेकिन देश ने कभी भी इसपर आपत्ति नहीं जताई। अब सिर्फ देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून के लागू होने की बात है, जैसे ही केंद्र सरकार इस कानून पर मुहर लगाएगी, वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
मीडिया से बातचीत के दौरान गिरिराज सिंह ने बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर पेश किए जाने पर भी जवाब दिया। गिरिराज ने कहा कि वे विधायक और सांसद बन जाने को ही बड़ी बात मानते हैं. गिरिराज सिंह ने कहा, ‘मैं तो धारा 370 समाप्त करने, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण जैसे मुद्दों के लिए ही राजनीति में आया था। अब ये सारी इच्छाएं हमारी पूरी हो गई। अब बस केवल जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू हो जाए, तो राजनीति से संन्यास ले लूंगा।’
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